पहले टेस्ट के लिए बुमराह अच्छा विकल्प होंगे

By Desk Team

Published on:

नई दिल्ली: पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का मानना है कि भारतीय टीम प्रबंधन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में जसप्रीत बुमराह को पदार्पण का मौका दे सकता है क्योंकि उनका अजीब एक्शन और यार्कर केपटाउन की पिच पर धारदार साबित हो सकते हैं। नेहरा ने कहा कि जसप्रीत बुमराह केपटाउन टेस्ट के लिये अच्छा विकल्प हो सकता है। मुझे नहीं पता कि टीम प्रबंधन के दिमाग में क्या चल रहा है लेकिन उसके जैसा गेंदबाज न्यूलैंड्स के विकेट पर काफी उपयोगी साबित हो सकता है।

उन्होंने कहा कि हमने बुमराह को सफेद गेंद से खेलते देखा है लेकिन एक साल पीछे देखें तो पता चलेगा कि उसने रणजी ट्राफी में गुजरात के लिये कितने ओवर फेंके। उन्होंने कहा कि वह पांच तेज गेंदबाजों में सबसे धारदार यार्कर डालता है। उसका एक्शन अजीब है जिसे भांपना मुश्किल होता है। ये सभी बातें बुमराह के पक्ष में जाती है। नेहरा ने कहा कि केपटाउन के मौसम की भूमिका काफी अहम होगी। उन्होंने कहा कि जनवरी में केपटाउन में मौसम काफी गर्म होगा और हालात तेज गेंदबाजी के अनुकूल नहीं होंगे। यदि उमस रहती है और पिच सपाट है तो भुवनेश्वर को जरूरी स्विंग और सीम नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि बुमराह का रिकार्ड देखें तो उसमें लंबे स्पैल फेंकने की क्षमता है।

उसने गुजरात के लिये अच्छा प्रदर्शन किया है लिहाजा मुझे कोई कारण समझ में नहीं आता कि वह भारत के लिये ऐसा क्यों नहीं कर सकता। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में लाल एसजी टेस्ट गेंद से गेंदबाजी कर चुके बुमराह लाल कूकाबूरा से पहली बार खेलेंगे लेकिन नेहरा का मानना है कि इसमें कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि बुमराह ने पिछले दो साल में सफेद कूकाबूरा से काफी गेंदबाजी की है। यदि हम सीम की बात करें तो लाल और सफेद गेंद को यह समान रूप से मिलती है। नेहरा ने कहा कि यदि भारत तीन तेज गेंदबाजों और एक स्पिनर के साथ उतरता है तो उनकी पसंद मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा होंगे।

उन्होंने कहा कि शमी आपके स्ट्राइक गेंदबाज है लेकिन उनके पास एक बार में छह ही ओवर होंगे। वह आपका मुख्य हथियार है और उसका इस्तेमाल सावधानी से करना होगा। अब लोग ईशांत शर्मा के स्ट्राइक रेट के बारे में सवाल उठायेंगे लेकिन यह भी समझना होगा कि वह क्या लेकर आ रहा है। उन्होंने कहा कि ईशांत ऐसा गेंदबाज है जो एक छोर से लगातार ओवर डालकर बल्लेबाज को परेशान कर सकता है। यह काबिलियत हर गेंदबाज में नहीं होती। ऐसा कई बार हुआ है कि एक छोर से ईशांत ने दबाव बनाया और दूसरे छोर से गेंदबाजों को विकेट मिले।

24X7  नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करें।

Exit mobile version