पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने हाल ही में BCCI के सेलेक्टर्स की आलोचना की क्यूंकि उन्होंने सीनियर खिलाड़ियों रोहित शर्मा और विराट कोहली को दलीप ट्रॉफी से बाहर रहने दिया जबकि युवा खिलाड़ी बांग्लादेश टेस्ट से पहले इसमें खेलते दिखे थे | रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ही बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीजन में शर्मनाक प्रदर्शन करते दिखे | न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से सीरीज की हार के बाद सभी ने रोहित और कोहली के फॉर्म पर उंगली उठानी शुरू कर कर दिया है |
पांच घरेलु टेस्ट मैचों में रोहित ने 10 पारियों में केवल अर्धशतक लगाया है और 13.30 की औसत से 133 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 52 रहा | वही दूसरी और विराट के आकड़े कप्तान से थोड़े बेहतर है लेकिन उनका प्रदर्शन भी कुछ ख़ास नहीं रहा है | स्पिन के खिलाफ विराट काफी संघर्ष करते दिखे | पांच टेस्ट मैचों में उन्होंने 10 पारियों में 21.33 की औसत से 192 रन बनाए हैं और केवल एक अर्ध शतक लगाया है |
The big learning for the selectors from this home season is that do not rest the already well rested players because of their stature.
I say this again, both Rohit & Virat would only have benefited from playing the Duleep Trophy start of the season.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) November 5, 2024
मांजरेकर ने अजीत अगरकर और सिलेक्शन समिति के सदस्यों को सख्त संदेश देते हुए कहा है की घरेलु टेस्ट में आराम दिए गए खिलाड़ियों को उनके बड़े कद की वजह से आराम नहीं दिया जाना चाहिए |
X पर ट्वीट करते हुए मांजरेकर ने लिखा, “इस घरेलू सत्र से चयनकर्ताओं के लिए सबसे बड़ी सीख यह है कि पहले से ही आराम दिए गए खिलाड़ियों को उनके बड़े कद के कारण आराम न दिया जाए।”
पुरे घरेलु टेस्ट सीजन में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा काफी जल्दबाज़ी करते दिखे और पारी की शुरुआत में आक्रामक शॉट मारने के प्रयास में ही आउट होते दिखे , वही विराट टर्न वाली पिचों पर स्पिनरों के सामने संघर्ष करते दिखे | मांजरेकर का मानना है की अगर इन स्टार खिलाड़ियों को शुरुआत में ही दलीप ट्रॉफी में खेलने के लिए राज़ी कर लिया जाता तो आगे चीज़ें अगर हो सकती थी |