भारतीय टीम 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी हार चुकी है, ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें और आखिरी मैच में भारत को 6 विकेट से हराकर सीरीज 3-1 से अपने नाम कर लिया, इस सीरीज में जसप्रीत बुमराह, यशस्वी जयसवाल और नितीश रेड्डी के और कोई भी खिलाड़ी ज्यादा अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाया, बावजूद इसके चलिए जानते हैं वो तीन कारण जिसकी वजह से टीम इंडिया हार गयी बीजीटी
1. जसप्रीत बुमराह पर बहुत ज्यादा निर्भर होना
जसप्रीत बुमराह को छोड़ दिया जाए तो इस पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत के बाकी गेंदबाज बेहद औसत दर्जे के नजर आए हैं, सबसे ज्यादा निराश मोहम्मद सिराज, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा ने किया है, मोहम्मद सिराज ने इस सीरीज में 16 विकेट भले ही लिए, लेकिन उन्होंने 503 रन भी लुटा दिए, पूरी सीरीज में सिर्फ जसप्रीत बुमराह ने ही भारतीय टीम का बोझ अपने कंधो पर उठाए रखा, जसप्रीत बुमराह ने इस बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा 32 विकेट लिए `
2. बल्लेबाजों का ख़राब प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की हार का सबसे बड़ा कारण उसकी लचर बल्लेबाजी रही, रोहित शर्मा, विराट कोहली, केएल राहुल, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा जैसे बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप साबित हुए हैं, भारत को खराब बल्लेबाजी का खामियाजा पूरी टेस्ट सीरीज में भुगतना पड़ा सबसे खराब प्रदर्शन भारत के टॉप बल्लेबाज और कप्तान रोहित शर्मा का रहा, रोहित शर्मा ने इस दौरे पर 5 टेस्ट पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए, वहीं, विराट कोहली भी टीम इंडिया के लिए विलेन साबित हुए हैं, इस टेस्ट सीरीज की 9 पारियों में विराट कोहली ने 23.75 की घटिया औसत से 190 रन बनाए हैं .
3. ड्रेसिंग रूम में ख़राब माहौल
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज के दौरान भारतीय ड्रेसिंग रूम में मची कथित उथल-पुथल ने विवादों को हवा दी है, बीच दौरे पर भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन संन्यास लेकर भारत वापस लौट गए, कई रिपोर्ट्स में बताया गया कि रविचंद्रन अश्विन भारतीय टीम मैनेजमेंट के बर्ताव से खुश नहीं थे, कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया कि भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा के बीच टकराव ने ड्रेसिंग रूम का माहौल बिगाड़ दिया, रोहित शर्मा को कप्तान होते हुए भी सिडनी में पांचवें टेस्ट मैच के दौरान प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा .