वर्ल्ड कप 1983 के बाद शून्य पर आउट होने वाली रोहित-इशान बनी दूसरी भारतीय ओपनिंग जोड़ी

By Shera Rajput

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भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने एकदिवसीय विश्व कप मैच में एक और इतिहास रच दिया है जी हाँ, वैसे तो ये रिकॉर्ड भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर और के. श्रीकांत अपने नाम कर चुके है। आपको बता दे कि भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और इशान किशन ने अपना नाम उस समय इतिहास में दर्ज करा लिया, जब वे यहां एमए चिदंबरम् स्‍टेडियम में रविवार को विश्व कप मैच में शून्य पर आउट होने वाले दूसरे सलामी जोड़ीदार बन गये। बता दे कि इससे पहले सिर्फ सुनील गावस्कर और के. श्रीकांत के नाम यह अवांछित रिकॉर्ड था।
मिचेल स्टार्क की गेंद पर शून्य पर आउट हुए ईशान किशन
ईशान किशन ने ओपनिंग स्लॉट में शुभमान गिल की जगह ली। भारतीय सलामी बल्लेबाज ईशान किशन पहली ही गेंद पर मिचेल स्टार्क की आउट स्विंग गेंद को ड्राइव करते हुए पहली स्लिप में कैमरून ग्रीन के हाथों कैच आउट हुए।
जोश हेजलवुड की गेंद पर शून्य पर आउट हुए भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित
वही, रोहित शर्मा दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर जोश हेजलवुड की गेंद पर स्टंप्स के सामने फंस गए। रोहित शर्मा ने रिव्यू लिया लेकिन यह बेकार गया, क्योंकि गेंद बेल्स के ऊपरी हिस्‍से से टकरा रही थी और अंपायर्स कॉल में उन्‍हें आउट दिया गया।
उसी ओवर की अंतिम गेंद पर श्रेयस अय्यर ने शॉर्ट कवर पर सीधे डेविड वार्नर के हाथों में गेंद खेली, जिससे भारतीय क्रिकेट के लिए इतिहास बन गया क्योंकि पहली बार भारत के शीर्ष चार बल्लेबाजों में से तीन ने एकदिवसीय पारी में शून्य रन बनाए।
एकदिवसीय विश्व कप मैच में साल 1983 में शून्य पर आउट हुए थे भारत के दोनों सलामी बल्लेबाज
आपको बता दे कि इससे पहले एकदिवसीय विश्व कप मैच में साल 1983 में भारत के दोनों सलामी बल्लेबाज शून्य पर आउट हो गए थे। जब जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलते हुए सुनील गावस्कर को पीटर रॉसन ने शून्य पर आउट कर दिया था। उन्‍होंने दो गेंदों का सामना किया था। वही , उनके आक्रामक सलामी जोड़ीदार क्रिस श्रीकांत ने बिना खाता खोले 13 गेंदें खेलीं और केविन कुरेन ने उन्हें आउट कर दिया।

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