कुछ समय पहले इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने फैसला लिया था कि भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के लिए ‘पटौदी ट्रॉफी’ का नाम बदलकर ‘तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी’ रखा जाएगा। लेकिन अब इस फैसले पर यू-टर्न लेते हुए दोनों बोर्ड ने इसे बदलने का निर्णय लिया है। इस बदलाव के पीछे सबसे बड़ा हाथ रहा है भारतीय क्रिकेट के लीजेंड सचिन तेंदुलकर का।
सचिन ने रखी पटौदी ट्रॉफी को जारी रखने की मांग
Cricbuzz की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सचिन तेंदुलकर ने खुद BCCI और ECB से अपील की कि पटौदी ट्रॉफी का ऐतिहासिक महत्व बना रहना चाहिए और इसका नाम बदला जाना ठीक नहीं होगा। उनकी इस गुजारिश को गंभीरता से लिया गया, और अब अगली टेस्ट सीरीज फिर से ‘पटौदी ट्रॉफी’ के लिए ही खेली जाएगी।
जय शाह ने निभाई अहम भूमिका
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ICC चेयरमैन जय शाह ने इस फैसले को बदलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ECB के एक अधिकारी ने कन्फर्म किया कि पटौदी ट्रॉफी की विरासत को बनाए रखने का प्लान अब फाइनल है।
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तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी की लॉन्चिंग टली
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के चौथे दिन लॉन्च किया जाना था, लेकिन अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे की वजह से इसे टाल दिया गया। इस हादसे में 241 लोगों की जान गई थी।
नई टेस्ट सीरीज का नया अध्याय
अब भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज फिर से पटौदी ट्रॉफी के लिए होगी। यह सीरीज नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल की शुरुआत भी है। भारत की नजर 2007 के बाद पहली बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने पर होगी।
इससे पहले रोहित शर्मा और विराट कोहली ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर सबको चौंका दिया। इसके बाद BCCI ने युवा खिलाड़ी शुभमन गिल को टेस्ट कप्तान बना दिया। साथ ही टीम में साई सुधर्शन और अर्शदीप सिंह जैसे नए चेहरे भी शामिल किए गए हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि नई लीडरशिप में टीम कैसा प्रदर्शन करती है।