Virat Kohli के टेस्ट संन्यास पर Monty Panesar का बड़ा दावा,ऑफ-साइड की कमजोरी बनी वजह…

By Juhi Singh

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भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज विराट कोहली ने 12 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर अपने फैंस को चौंका दिया। ये फैसला इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले आया, जब सभी को उम्मीद थी कि वह 2018 की तरह एक बार फिर विदेशी जमीन पर अपने क्लास का जलवा दिखाएंगे। लेकिन कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया और इसके पीछे की वजह को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। अब इस फैसले पर इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। पनेसर का मानना है कि कोहली की पुरानी कमजोरी ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों को खेलने में परेशानी उनकी टेस्ट क्रिकेट से विदाई का असली कारण है।

मोंटी पनेसर ने पीटीआई से बातचीत में कहा, “कोहली ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद, खासकर पांचवें स्टंप की लाइन पर, ऑस्ट्रेलिया में संघर्ष कर रहे थे। तेज उछाल वाली पिचों पर वे बार-बार गलती कर रहे थे। शायद उन्होंने सोचा होगा कि इंग्लैंड में गेंद और ज्यादा स्विंग करेगी, और इसी कारण उन्होंने यह फैसला लिया होगा कि वह अब टेस्ट क्रिकेट से अलग होकर अपनी ऊर्जा वनडे और आईपीएल जैसे फॉर्मेट्स पर लगाएं।” पनेसर ने यह भी याद दिलाया कि 2014 में जेम्स एंडरसन के खिलाफ कोहली की यही कमजोरी उजागर हुई थी, जिसे उन्होंने 2018 के दौरे पर बेहतरीन प्रदर्शन के साथ दूर भी किया। लेकिन हालिया वर्षों में, विशेषकर 2020 के बाद, कोहली एक बार फिर चौथी और पांचवीं स्टंप लाइन की गेंदों पर संघर्ष करते नजर आए।

हालांकि मोंटी पनेसर ने कोहली की आलोचना नहीं की, बल्कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट का असली ब्रांड एम्बेसडर करार दिया। “विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को जो सम्मान और ऊर्जा दी है, वो काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने सब कुछ हासिल किया है। शतक, जीत, कप्तानी, और आत्म-सम्मान। शायद अब उन्हें लगता है कि यह युवाओं को मौका देने का समय है।” कोहली का यह फैसला कप्तान रोहित शर्मा के संन्यास के एक हफ्ते बाद आया, जिससे यह साफ हो गया कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट एक युग के अंत से गुजर रहा है। जहां रोहित ने कप्तानी को अलविदा कहा, वहीं कोहली ने खुद को टेस्ट क्रिकेट से पूरी तरह अलग कर लिया।

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