AUS vs IND: ‘जडेजा और अश्विन समझते हैं टीम की जरूरत’, कोच अभिषेक नायर

By Nishant Poonia

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भारत के सहायक कोच अभिषेक नायर ने सीनियर खिलाड़ियों रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की समझदारी और समर्पण की जमकर सराहना की। पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में टीम संयोजन के चलते इन दोनों खिलाड़ियों को बाहर रखा गया था। इसके बावजूद जडेजा और अश्विन ने टीम की रणनीतियों को पूरी तरह समर्थन दिया, जो उनके प्रोफेशनलिज़्म को दर्शाता है।

जडेजा और अश्विन का टीम के प्रति समर्पण

अभिषेक नायर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “जब टीम के पास जडेजा और अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ी होते हैं, जो परिस्थितियों और टीम की योजनाओं को बखूबी समझते हैं, तो टीम के लिए फैसले लेना आसान हो जाता है।” उन्होंने दोनों खिलाड़ियों को टीम के लिए अमूल्य संपत्ति बताया और कहा कि वे हमेशा टीम की सफलता को प्राथमिकता देते हैं।

गुलाबी गेंद के टेस्ट में स्पिनरों की भूमिका

नायर ने 6 दिसंबर से एडिलेड में शुरू होने वाले पिंक बॉल टेस्ट पर भी बात की। उन्होंने कहा कि इस फॉर्मेट में स्पिनरों की भूमिका अहम हो सकती है। “गुलाबी गेंद के साथ स्पिनरों का असर ज्यादा होता है, खासकर जब रोशनी के प्रभाव में गेंद थोड़ा अलग तरीके से स्विंग और टर्न करती है। टीम की रणनीति परिस्थितियों के अनुसार बदलेगी, और कोई भी खिलाड़ी टीम की योजना से बाहर नहीं है,” नायर ने कहा।

अभ्यास मैच में तैयारी का मौका

दूसरे टेस्ट से पहले भारत कैनबरा में प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच खेलेगा। यह मुकाबला टीम की रणनीतियों को परखने का बेहतरीन मौका होगा।

पहले टेस्ट में हुआ था बड़ा फैसला

पर्थ टेस्ट में जडेजा और अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखने का फैसला काफी चर्चा में रहा। हालांकि, यह रणनीति सफल साबित हुई। टीम ने 295 रनों की बड़ी जीत दर्ज की, और स्पिन विभाग में वाशिंगटन सुंदर ने अपनी छाप छोड़ी। सुंदर ने चौथी पारी में दो महत्वपूर्ण विकेट चटकाए, जिससे टीम की जीत में योगदान मिला।

भारत की इस रणनीति ने दिखाया कि टीम का हर फैसला समग्र दृष्टिकोण से लिया जाता है। दूसरे टेस्ट में इन अनुभवी खिलाड़ियों की भूमिका देखने लायक होगी।

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