राहुल-पंत की जोड़ी ने बदला मैच का रुख, बैकफुट पर इंग्लैंड

By Nishant Poonia

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हेडिंग्ले में भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया ने शानदार वापसी करते हुए मैच का रुख पूरी तरह से बदल दिया। केएल राहुल और ऋषभ पंत की शतकीय पारियों ने भारत को मज़बूत स्थिति में ला दिया है और अब मुकाबला पूरी तरह से भारत की पकड़ में है।

मैच की स्थिति

दूसरी पारी में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ओपनर शुभमन गिल जल्दी आउट हो गए और इंग्लैंड ने शुरुआती दबाव बनाने की कोशिश की। लेकिन इसके बाद क्रीज पर आए राहुल और पंत, जिन्होंने मिलकर इंग्लैंड की गेंदबाज़ी की कमर तोड़ दी। लंच तक भारत का स्कोर 153/3 था, राहुल 72 और पंत 31 रन बनाकर नाबाद थे।

केएल राहुल: क्लास और कंट्रोल

राहुल ने टेस्ट क्रिकेट की बारीकियों को बखूबी दिखाया। उन्होंने 118 रन की पारी खेली जिसमें क्लास, धैर्य और सही तकनीक की झलक देखने को मिली। इस शतक के साथ राहुल इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में तीन सेंचुरी लगाने वाले पहले एशियाई ओपनर बन गए हैं। उनका खेल इंग्लिश गेंदबाज़ों को थकाने और विकेट पर टिके रहने की मिसाल बना।

ऋषभ पंत: आक्रामकता और इतिहास

दूसरे छोर से पंत ने अपनी आक्रामक शैली में बल्लेबाज़ी करते हुए तेज़ी से रन बनाए। उन्होंने 130 गेंदों में 100 रन पूरे किए, जिसमें 13 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उन्होंने जो रूट के एक ओवर में 26 रन भी ठोके।

इस पारी के साथ पंत भारत के पहले विकेटकीपर बने जिन्होंने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाया। ये उपलब्धि उन्हें टेस्ट क्रिकेट के बड़े खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल करती है।

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राहुल-पंत की पार्टनरशिप: गेम चेंजर

दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर शानदार साझेदारी की और इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को कोई मौका नहीं दिया। राहुल के क्लासिक शॉट्स और पंत के पावर हिटिंग ने इंग्लिश बॉलिंग लाइनअप को पूरी तरह से छिन्न-भिन्न कर दिया। 73वें ओवर तक भारत का स्कोर 292/4 हो गया और टीम ने दूसरी पारी में बड़ी बढ़त बना ली।

इंग्लैंड की मुश्किलें और आगे की राह

इंग्लैंड के लिए दिन काफी निराशाजनक रहा। शुरू में विकेट मिलने के बावजूद वो दबाव बनाए नहीं रख सके। हैरी ब्रूक ने राहुल का एक कैच छोड़ा और फील्डिंग में भी कई चूकें हुईं जिससे भारत को फायदा मिला। जैसे-जैसे दिन बीता, इंग्लैंड के गेंदबाज़ थके हुए और बेअसर नज़र आए।

अब पांचवें दिन की शुरुआत भारत के मज़बूत स्थिति में होगी। बॉलिंग यूनिट के पास मौका होगा कि वो इंग्लैंड को जल्दी समेटकर जीत पक्की करें।

राहुल और पंत की यह जोड़ी एक उदाहरण बन गई है कि टेस्ट क्रिकेट में क्लास और अटैक का सही तालमेल मैच का नतीजा पलट सकता है। एक ने संयम से टिके रहकर रन बनाए और दूसरे ने अपने शॉट्स से गेंदबाज़ों की लय बिगाड़ दी — और यही बना भारत की जीत की सबसे बड़ी उम्मीद।

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