भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जा रहा है। 359 रन के लक्ष्य के आगे भारत के बल्लेबाज एक बार फिर कीवी स्पिनर के आगे ध्वस्त हो गए। चाय तक भारत के 7 विकेट सिर्फ 178 रन पर गिर गए हैं। इस समय क्रीज़ पर रवीन्द्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन मौजूद हैं।
न्यूजीलैंड की टीम ने पहली पारी में 259 रन बनाए थे। भारतीय टीम पहली पारी में मात्र 156 रनों पर आउट हो गई थी। अब भारत के सामने चौथी पारी में वह लक्ष्य है जो इस मैच में अभी तक तीनों पारियों में नहीं बन पाया है। न्यूजीलैंड टीम ने चौथी पारी में कप्तान टॉम लैथम के 86 रनों के योगदान की बदौलत 255 रनों का स्कोर बनाया। स्पिनरों की मददगार पिच पर विकेटकीपर टॉम ब्लंडेल ने 83 गेंदों पर 41 रन और ग्लेन फिलिप्स ने भी 82 गेंदों पर 48 रनों की पारी खेली। इस पारी में भी स्पिनरों का जलवा देखने के लिए मिला और पहली पारी में 7 विकेट लेने वाले वाशिंगटन सुंदर ने इस बार भी 4 विकेट लिए। इसके अलावा रविंद्र जडेजा ने तीन और रविचंद्रन अश्विन ने 2 विकेट हासिल किए।
उल्लेखनीय है कि यह पिच पूरी तरह से स्पिनरों के अनुकूल रही है जहां भारतीय बल्लेबाजी को खासकर काफी दिक्कतें आई हैं। भारतीय की पहली पारी में बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सैंटनर ने 53 रन देकर 7 विकेट लिए थे। ग्लेन फिलिप्स ने भी ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते हुए 26 रन देकर 2 विकेट लिए। जबकि न्यूजीलैंड की पहली पारी में वाशिंगटन सुंदर ने 59 रन देकर 7 विकेट हासिल किए थे और रविचंद्रन अश्विन ने 64 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। वाशिंगटन सुंदर ने इस मैच में 115 रन देकर 11 विकेट लिए हैं। यह न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के किसी भी स्पिनर द्वारा किया गया चौथा सर्वश्रेष्ठ टेस्ट प्रदर्शन है। इस मामले में अश्विन टॉप पर हैं जिन्होंने साल 2016 में इंदौर टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 140 रन देकर 13 विकेट हासिल किए थे।
भारत की तरफ से यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा 77 रन बनाए। जबकि शुभमन गिल 23 रन बनाकर आउट हुए। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा 8 रन बना कर मिचल सेंटनर की गेंद पर लंच से पहले ही आउट हो गए थे। भारत को जीत के लिए अभी 181 रन की जरूरत है जबकि न्यूजीलैंड ऐतिहासिक सीरीज जीत से महज 3 विकेट दूर है। भारत के लिए यशस्वी जायसवाल को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज टिक नहीं पाया। सरफ़राज़ खान, विराट कोहली, ऋषभ पंत, वाशिंगटन सुंदर बिना किसी बड़े योगदान के पवेलियन लौट गए।