एमएस धोनी ने जीत के बाद चेपौक की पिच पर उठाए सवाल, कहा- डरपोक क्रिकेट नहीं खेलना चाहते

By Darshna Khudania

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चेन्नई सुपर किंग्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स को पांच विकेट से हराया और अपनी पांच मैचों की हार का सिलसिला तोड़ा। मैच के बाद एमएस धोनी ने आईपीएल आयोजकों से बेहतर पिच तैयार करने की अपील की ताकि बल्लेबाजों को अपने शॉट खेलने का आत्मविश्वास मिल सके। धोनी ने चेपौक की धीमी पिच पर चिंता जताई, जबकि लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत ने अपनी फॉर्म में सुधार दिखाया।

सोमवार को चेन्नई सुपर किंग्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ पांच विकेट से जीत हासिल की। हालांकि मैच के बाद चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी ने आईपीएल आयोजकों से बेहतर विकेट तैयार करने को कहा जो शॉट खेले को प्रोत्साहित करें। धोनी ने कहा की कोई भी टीम डरपोक क्रिकेट नहीं खेलना चाहती। वो खास तौर पर चेन्नई सुपर किंग्स के घरेलु मैदान चेपौक की पिच का जिक्र कर रहे थे, जो कई सालों से उनका गढ़ रहा है, लेकिन इस सीजन चेन्नई के लिए ये पिच काफी खराब साबित हुई है। चेन्नई ने लखनऊ को हराकर आखिरकार अपनी पांच मैचों की हार का सिलसिला तोड़ा। धोनी ने इस जीत में अहम योगदान दिया और महज़ 11 गेंदों में 26 रन बनाकर टीम को जीत की ओर ले गए।  

धोनी ने मैच के बाद कहा,

“इसका एक कारण यह हो सकता है कि चेन्नई का विकेट थोड़ा धीमा है। जब हम घर से बाहर खेलते हैं, तो बल्लेबाजी यूनिट ने थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया है। शायद हमें ऐसे विकेटों पर खेलने की ज़रूरत है जो थोड़े बेहतर हों ताकि बल्लेबाजों को अपने शॉट खेलने का आत्मविश्वास मिले। आप डरपोक क्रिकेट नहीं खेलना चाहते। गेंदबाजी यूनिट के रूप में हमने अच्छा प्रदर्शन किया है। बल्लेबाजी यूनिट के रूप में हम और बेहतर कर सकते हैं।”

उन्होंने आगे कहा,

“खेल जीतना अच्छा है। जब आप इस तरह का टूर्नामेंट खेलते हैं, तो आप खेल जीतना चाहते हैं। दुर्भाग्य से पहले के मैच हमारे पक्ष में नहीं गए। इसके कई कारण हो सकते हैं। हमारे पक्ष में जीत होना अच्छा है। इससे पूरी टीम को आत्मविश्वास मिलता है और हमें उन क्षेत्रों में सुधार करने में मदद मिलती है, जिनमें हम सुधार करना चाहते हैं।”

लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत ने इस मुकाबले में अपने खराब फॉर्म की स्ट्रीक को खत्म किया और 49 गेंदों में 63 रनों की पारी खेली। उन्होंने मैच के बाद कहा, “मैं हर मैच के साथ बेहतर महसूस कर रहा हूं, लेकिन कभी-कभी यह अच्छा नहीं होता। धीरे-धीरे अपनी लय में आ रहा हूं, हर मैच को एक बार में ले रहा हूं।”

ऋषभ पंत ने रवि बिश्नोई को आखिरी ओवर ना देने के पीछे का कारण भी बताया, जबकि वो उस मुकाबले में उनके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ थे। पंत ने कहा, “हमने कई खिलाड़ियों से चर्चा की, लेकिन हम उन्हें बिश्नोई गहराई तक नहीं ले जा सके, ऐसा  आखिरी ओवर में उन्हें गेंदबाजी करना आज नहीं हो सका।”

पंत ने ये भी माना की एकाना स्टेडियम जैसी पिच पर उनकी टीम द्वारा कुछ रन कम रह गए। “हमें लगता है कि एक टीम के रूप में हम 10 से 15 रन कम बनाए, जब गति हमारे साथ थी, तब हम लगातार विकेट खोते रहे। हमें साझेदारी बनाते रहना था। विकेट थोड़ा रुक रहा था, लेकिन मुझे लगता है कि हम 15 रन और बना सकते थे।”

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