
ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट में ऐसा कारनामा कर दिखाया जो क्रिकेट की किताबों में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। दिल्ली में खेले गए इस टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को दूसरी पारी में महज 27 रन पर समेट दिया। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह किसी भी टीम का दूसरा सबसे कम स्कोर है।
ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला 176 रन से जीतकर सीरीज़ भी अपने नाम की। इस जीत के हीरो रहे मिचेल स्टार्क, जिन्होंने सिर्फ 7.3 ओवर में 9 रन देकर 6 विकेट झटके। उनकी खतरनाक गेंदबाज़ी ने वेस्टइंडीज की कमर तोड़ दी।
15 गेंद में लिया फाइव विकेट हॉल, बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
सबसे ज़बरदस्त बात यह रही कि स्टार्क ने अपनी गेंदबाज़ी के दम पर सिर्फ 15 गेंदों में ही पांच विकेट ले लिए। यानी उन्होंने महज़ 2.3 ओवर में वेस्टइंडीज की आधी टीम को पवेलियन भेज दिया। इससे पहले सबसे तेज़ फाइव विकेट हॉल लेने का रिकॉर्ड 19 गेंदों पर था, जो एर्नी टोशेक (1947), स्टुअर्ट ब्रॉड (2015) और स्कॉट बोलैंड (2021) के नाम था। अब स्टार्क ने उन सभी को पीछे छोड़ दिया है।
टेस्ट में सबसे तेज फाइव विकेट हॉल (गेंदों के आधार पर):
• मिचेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया) - 15 गेंद (2025, वेस्टइंडीज के खिलाफ)
• एर्नी टोशेक (ऑस्ट्रेलिया) - 19 गेंद (1947, भारत के खिलाफ)
• स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड) - 19 गेंद (2015, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ)
• स्कॉट बोलैंड (ऑस्ट्रेलिया) - 19 गेंद (2021, इंग्लैंड के खिलाफ)
• शेन वॉटसन (ऑस्ट्रेलिया) - 21 गेंद (2011, साउथ अफ्रीका के खिलाफ)
400 विकेट का भी बड़ा माइलस्टोन
इस मैच में मिचेल स्टार्क ने टेस्ट करियर में अपने 400 विकेट भी पूरे कर लिए। खास बात यह रही कि उन्होंने ये उपलब्धि अपने 100वें टेस्ट में हासिल की। गेंदों के लिहाज से देखा जाए तो वह दुनिया के दूसरे सबसे तेज़ गेंदबाज़ हैं जिन्होंने 400 विकेट पूरे किए हैं। उन्होंने 19062 गेंदों में ये मुकाम पाया। उनसे आगे सिर्फ डेल स्टेन हैं, जिन्होंने 16634 गेंदों में 400 विकेट लिए थे।
सबसे कम गेंदों में 400 विकेट लेने वाले गेंदबाज़:
1. डेल स्टेन (साउथ अफ्रीका) - 16634 गेंद
2. मिचेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया) - 19062 गेंद
3. रिचर्ड हैडली (न्यूज़ीलैंड) - 20300 गेंद
4. ग्लेन मैक्ग्रा (ऑस्ट्रेलिया) - 20526 गेंद
5. वसीम अकरम (पाकिस्तान) - 21200 गेंद
स्टार्क ऑस्ट्रेलिया की ओर से टेस्ट में 400 विकेट लेने वाले चौथे गेंदबाज़ बन गए हैं। वहीं वो बाएं हाथ से गेंदबाज़ी करने वाले दुनिया के तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने ये मुकाम हासिल किया है।
वेस्टइंडीज की ऐतिहासिक हार
वेस्टइंडीज की दूसरी पारी इतनी बुरी रही कि उनके सात बल्लेबाज़ तो बिना खाता खोले ही आउट हो गए। पूरी टीम महज़ 27 रन पर ढेर हो गई। इससे पहले टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर 1955 में बना था जब न्यूज़ीलैंड इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 26 रन पर आउट हुआ था। मिचेल स्टार्क की इस यादगार गेंदबाज़ी ने क्रिकेट फैंस को सालों तक याद रहने वाला लम्हा दे दिया।