
भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट में पहले दिन कुछ ऐसा देखने को मिला जो हाल के दिनों में इंग्लैंड की बैटिंग में कम ही देखा गया। बेन स्टोक्स की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम, जो आमतौर पर ‘Bazball’ स्टाइल में खेलकर गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा देती है, इस बार पूरी तरह पारंपरिक टेस्ट क्रिकेट खेलती नजर आई। पहले दिन इंग्लैंड ने 90 ओवर में सिर्फ 251 रन बनाए, यानी लगभग तीन रन प्रति ओवर की दर से।
दिन खत्म होने के बाद इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप ने इस रणनीति के पीछे का कारण साफ किया। पोप ने कहा, “ये वो पिच नहीं थी जहां आप आकर सीधे शॉट मारना शुरू कर दो। भारतीय गेंदबाजों ने अपनी लेंथ पर कंट्रोल रखा और रन बनाना मुश्किल कर दिया।”
इंग्लैंड क्यों खेली धीमी क्रिकेट?
पहले दिन जब इंग्लैंड ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी, तो ऐसा लग रहा था कि वो अपने आक्रामक रवैये पर ही टिके रहेंगे। लेकिन भारतीय गेंदबाजों खासकर जसप्रीत बुमराह की शानदार लाइन लेंथ ने इंग्लैंड को संभलकर खेलने पर मजबूर कर दिया। नितीश रेड्डी ने भी नई गेंद से शानदार गेंदबाजी की। इस दौरान बुमराह का इकोनॉमी रेट सिर्फ 1.90 रहा जो बताता है कि उन्होंने किस तरह रन रोकने में अहम भूमिका निभाई।
पोप ने कहा – 250/4 इस पिच पर ठीक स्कोर
ओली पोप ने आगे कहा, “ये वो तरीका नहीं है जिससे हम आमतौर पर पहली पारी में खेलते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि 250 पर 4 विकेट इस पिच पर अच्छा स्कोर है। हां, हम और ज्यादा रन चाहते थे लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पूरे दिन अच्छी गेंदबाजी की।”
उन्होंने बताया कि कभी-कभी परिस्थितियां आपको मजबूर कर देती हैं कि आप आक्रामक खेलें ताकि गेंदबाजों पर दबाव डाला जा सके। पोप बोले, “कई बार ऐसा भी होता है जब पिच पर बॉल मूव हो रही होती है तो आपको जल्दी शॉट खेलकर गेंदबाजों की योजना बिगाड़नी पड़ती है। लेकिन इस पिच पर वो तरीका कारगर नहीं था।”
जडेजा ने तोड़ा पोप का सब्र
ओली पोप अच्छी लय में दिख रहे थे। उन्होंने 104 गेंदों में 44 रन बनाए, लेकिन रवींद्र जडेजा की गेंद पर विकेट के पीछे ध्रुव जुरेल को कैच थमा बैठे। पोप का मानना है कि टीम को ऐसी परिस्थितियों में लगातार सीखते रहना होगा। उन्होंने कहा, “भारत जैसी टीम आपके गेम को परखने में कोई कसर नहीं छोड़ती। हमें ऐसी सिचुएशन में खुद को ढालना होगा।”
पहले दिन के बाद स्कोरकार्ड
दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 4 विकेट पर 251 रन बना लिए थे। जो रूट 99 रन पर नाबाद थे और कप्तान बेन स्टोक्स 102 गेंदों पर 39 रन बनाकर उनका साथ दे रहे थे।
अब देखना दिलचस्प होगा कि इंग्लैंड अगले दिन किस तरह खेल दिखाती है। क्या रूट अपने शतक को बड़े स्कोर में बदल पाएंगे या भारत के गेंदबाज उन्हें जल्दी आउट करके इंग्लैंड को कम स्कोर पर रोक देंगे। वहीं भारत चाहेगा कि वो जल्द से जल्द बाकी 6 विकेट निकालकर इंग्लैंड को दबाव में ला दे।