
भारत की इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 5 विकेट से हार के बाद पूर्व कोच रवि शास्त्री ने टीम के मौजूदा कोच गौतम गंभीर को सख्त रुख अपनाने की सलाह दी है। शास्त्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि ड्रेसिंग रूम में उन खिलाड़ियों से कड़ी बात की जाए जो बार-बार वही गलतियां दोहराते हैं और टीम की हार का कारण बनते हैं।
हेडिंग्ले में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय टीम की हार के पीछे सबसे बड़ा कारण खराब फील्डिंग रहा। इंग्लैंड की पहली पारी में भारत ने कुल 5 कैच टपकाए, जिनमें से चार अकेले यशस्वी जायसवाल से छूटे। वहीं विकेटकीपर ऋषभ पंत ने भी अहम मौके पर बेन स्टोक्स और जो रूट को आउट करने के मौके गंवाए।
शास्त्री ने कहा, “शुभमन गिल ने कप्तान के तौर पर बहुत अच्छा किया। उन्होंने शतक लगाया और टीम को आगे ले जाने की कोशिश की। लेकिन टीम के बाकी खिलाड़ियों को भी जिम्मेदारी लेनी होगी। कैच छोड़ना कप्तान के हाथ में नहीं होता, लेकिन इन गलतियों से सीखना जरूरी है।”
उन्होंने आगे कहा, “जब बल्लेबाजी की बारी आती है, तो हर खिलाड़ी को अपनी विकेट की कीमत समझनी चाहिए। ऐसा नहीं हो सकता कि अच्छी शुरुआत के बाद मिडिल ऑर्डर बिना लड़े ढेर हो जाए। ऐसे मौकों पर कोच को सख्ती दिखानी चाहिए।”
मैच के पांचवें दिन का टर्निंग पॉइंट तब आया जब यशस्वी जायसवाल ने बेन डकेट का आसान कैच छोड़ दिया। उस वक्त डकेट 90 के करीब थे और बाद में उन्होंने 149 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली। अगर ये कैच पकड़ा जाता, तो नतीजा शायद कुछ और होता।
अब भारत सीरीज में 0-1 से पीछे है और अगला टेस्ट 2 जुलाई से खेला जाएगा। टीम के पास वापसी का मौका जरूर है, लेकिन उसके लिए फील्डिंग में सुधार और जिम्मेदारी भरा रवैया जरूरी होगा। शास्त्री की सलाह साफ है – अगर टीम को जीतना है, तो अब ड्रेसिंग रूम में सख्ती दिखानी ही होगी।