
भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट के चौथे दिन ऋषभ पंत ने एक खास उपलब्धि अपने नाम कर रखी है। उन्होंने इंग्लैंड में लगातार पांच टेस्ट पारियों में अर्धशतक लगाए—एक ऐसा कारनामा जो अब तक केवल कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों ने ही किया है, जिनमें डॉन ब्रैडमैन, कुमार संगकारा, स्टीव स्मिथ जैसे दिग्गज शामिल हैं।
पंत की पांच पारियां और उनके रन:
• पारी 1: 50+
• पारी 2: 146
• पारी 3: 57
• पारी 4: 134
• पारी 5: 50+
इस शानदार स्ट्रिंग की मदद से पंत अब उन नामचीन खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं जिनकी इंग्लैंड में लगातार पाँच पारियों में 50 या उससे ज्यादा रन बनाने की उपलब्धि है। इससे पहले स्टीव स्मिथ का रिकॉर्ड सबसे शानदार रहा, जिन्होंने यहाँ सात ओवर की रिकॉर्ड बनाए।
चौथे दिन की शुरुआत:
चौथे दिन की शुरुआत भारत ने 90/2 के स्कोर से की। के एल राहुल 47 और कप्तान शुभमन गिल 6 रन बनाकर नाबाद थे। लेकिन जल्दी ही शुभमन गिल ब्रायडन कार्से की गेंद बगल में पकड़ बैठे और भारत को पहला झटका लगा। गिल के आउट होने के बाद पंत क्रीज़ पर उतरे। राहुल के साथ उन्होंने दूसरा विकेट हिस्सा संभाला। पहले राहुल ने ज्यादा जिम्मेदारी से खेलते हुए 47 रनों की पारी खेली और फिर आउट हुए। इसके बाद पंत ने दूसरी पारी में जबरदस्त प्रदर्शन किया और टीम की स्थिति को मजबूत किया।
इंग्लैंड में 50-प्लस की रनों की सूची बनाए खिलाड़ी:
• डॉन ब्रैडमैन
• हैंसी क्रोनिए
• शिवनारायण चंद्रपॉल
• कुमार संगकारा
• डेरिल मिचेल
• स्टीव स्मिथ (7 पारियों में 50+)
• ऋषभ पंत (5 पारियों में 50+)
इस लिस्ट में शामिल होकर पंत ने खुद को स्थिर और भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में साबित किया है। पंत को अक्सर उनकी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में उनकी यह स्थिरता काफी असरदार रही है। चोट और फॉर्म की चुनौतियों के बावजूद उन्होंने लगातार प्रदर्शन किया है। इससे टीम इंडिया को इंग्लैंड की मुश्किल पिचों पर भी मजबूत स्थिति बनाने में मदद मिल रही है।
आगे की राह:
अब निर्भर करेगा कि बाकी बल्लेबाज पंत के साथ मिलकर कितनी त्वरित साझेदारी कर सकते हैं। इंग्लैंड को पहली पारी में जितना बड़ा स्कोर चिपकाने की जरूरत है, उतना ही भारत की दूसरी पारी में टॉप ऑर्डर को योगदान देना होगा ताकि मैच रोमांचक और उसी तरफ बढ़े। ऋषभ पंत की यह उपलब्धि उनकी मेहनत और तकनीकी मार्कदर्शिता का नतीजा है। इंग्लैंड में साबित हुई पारी इतिहास में दर्ज होगी और आने वाले समय में उन्हें भारत के भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में देखा जाएगा।