
भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने आखिरकार मुंबई क्रिकेट टीम के साथ अपना लंबा सफर खत्म कर दिया है। सोमवार को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने उन्हें दूसरी घरेलू टीम से खेलने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) दे दिया। इसका मतलब है कि अब पृथ्वी किसी नई टीम के लिए खेलते नजर आएंगे और उनका मुंबई के साथ लगभग एक दशक पुराना रिश्ता खत्म हो गया।
क्यों छोड़ा मुंबई का साथ?
पिछले कुछ समय से पृथ्वी शॉ मुंबई की प्लेइंग इलेवन से बाहर चल रहे थे, खासकर रेड बॉल क्रिकेट में। हालांकि, उन्होंने वाइट बॉल फॉर्मेट में वापसी की और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। लेकिन टीम के चयन को लेकर असहमति, फिटनेस और ऑफ-फील्ड विवादों के चलते उनका मुंबई टीम से तालमेल धीरे-धीरे बिगड़ता गया।
MCA ने अपने बयान में कहा, “पृथ्वी शॉ ने प्रोफेशनल खिलाड़ी के तौर पर दूसरी टीम से खेलने की इच्छा जताई थी और हमने उन्हें NOC देने का फैसला किया। उन्होंने मुंबई क्रिकेट के लिए अहम योगदान दिया है और हम उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
क्या महाराष्ट्र बन सकती है नई टीम?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पृथ्वी अब महाराष्ट्र टीम के लिए खेल सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो वह चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ की अगुवाई में मैदान पर उतरेंगे। रुतुराज घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र की कप्तानी करते हैं और जब टीम इंडिया में नहीं होते, तो घरेलू सीजन का हिस्सा बनते हैं।
रुतुराज और पृथ्वी की जोड़ी दिलचस्प हो सकती है, क्योंकि दोनों ही युवा हैं, आक्रामक बल्लेबाज़ी करते हैं और बड़े स्कोर बना सकते हैं। महाराष्ट्र की टीम में पृथ्वी जैसे अनुभवी खिलाड़ी के आने से टॉप ऑर्डर मजबूत होगा।
मुंबई से आखिरी सीजन कैसा रहा?
2024/25 रणजी सीजन की शुरुआत में पृथ्वी को टीम से बाहर रखा गया था। हालांकि, वाइट बॉल सीजन में उन्होंने वापसी की और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई टीम का हिस्सा रहे। उन्होंने कुछ अहम पारियां भी खेलीं, जिससे यह साफ हुआ कि वह अभी भी सफेद गेंद के क्रिकेट में अपना जलवा दिखा सकते हैं।
क्या नया माहौल करेगा मदद?
कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि पृथ्वी को अब एक नई शुरुआत की ज़रूरत है। एक नया माहौल, नई टीम और नया कोचिंग सेटअप शायद उन्हें मानसिक और खेल दोनों ही रूप से फायदा पहुंचा सकता है। रुतुराज जैसे शांत और समझदार कप्तान के साथ खेलना भी पृथ्वी के करियर को स्थिरता दे सकता है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि पृथ्वी शॉ महाराष्ट्र टीम से जुड़ते हैं या किसी और टीम का रुख करते हैं। एक बात तो तय है कि टैलेंट की कमी नहीं है, ज़रूरत है तो बस सही दिशा और माहौल की, जहां उन्हें भरोसे और मौके दोनों मिलें।