
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज़ को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने टीम इंडिया को अहम सुझाव दिया है। क्लार्क का मानना है कि अगर भारत को बाकी बचे टेस्ट मैच जीतने हैं, तो उन्हें लेफ्ट-आर्म चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना ही होगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कुलदीप हर पिच पर विकेट लेने की काबिलियत रखते हैं और फिलहाल उन्हें टीम से बाहर रखना सही फैसला नहीं है।
पहले टेस्ट में जडेजा का फीका प्रदर्शन
भारत ने लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में रविंद्र जडेजा को इकलौते स्पिनर के तौर पर खिलाया था, लेकिन उनका प्रदर्शन बहुत प्रभावशाली नहीं रहा। उन्होंने दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ एक विकेट लिया। पिच पर कुछ हिस्सों में स्पिन मिलने के संकेत थे, खासकर लेफ्ट हैंड बल्लेबाज़ों के खिलाफ, मगर जडेजा इन मौकों का फायदा नहीं उठा पाए। नतीजा ये रहा कि इंग्लैंड ने 371 रन का टारगेट आसानी से हासिल कर लिया और सीरीज़ में 1-0 से आगे हो गया।
क्लार्क का पॉडकास्ट में बड़ा बयान
‘बियॉन्ड23 पॉडकास्ट’ पर बातचीत के दौरान माइकल क्लार्क ने खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा,
“मैं किसी खिलाड़ी को दोष नहीं दे रहा, लेकिन कुलदीप यादव को न खिलाना गलती है। वो ऐसे बॉलर हैं जो विकेट निकाल सकते हैं और इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ असर डाल सकते हैं। टीम को अब ऐसा फैसला लेना चाहिए जो मैच जिता सके, ना कि सिर्फ बैटिंग मजबूत करने वाला।”
बॉलिंग-बैटिंग बैलेंस पर सवाल
क्लार्क ने यह भी कहा कि भारत अकसर अतिरिक्त बल्लेबाज़ी गहराई के लिए गेंदबाज़ी से समझौता कर लेता है। उन्होंने बताया कि विदेशी हालात में टेस्ट मैच जीतने के लिए 20 विकेट लेना ज़रूरी होता है।
“टीम बैटिंग मजबूत करने के चक्कर में अपने बेस्ट स्पिनर को बाहर बैठा देती है। लेकिन अगर आप विकेट नहीं ले पाएंगे, तो कोई भी स्कोर बड़ा नहीं होता।”
बुमराह को चाहिए सटीक साथ
क्लार्क ने जसप्रीत बुमराह के पहले इनिंग में शानदार 5 विकेट की जमकर तारीफ की, लेकिन ये भी कहा कि उन्हें दूसरे छोर से बेहतर सहयोग नहीं मिला। सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने कोशिश की, लेकिन लगातार दबाव बनाने में नाकाम रहे। कुछ ढीली गेंदों ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को सेट होने का मौका दे दिया।
जडेजा की लाइन-लेंथ पर सवाल
क्लार्क ने बताया कि दूसरी पारी में जब पिच पर रफ स्पॉट बने हुए थे, तब जडेजा ने ज्यादा सीधी गेंदबाज़ी की, जिससे बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों को परेशानी नहीं हुई।
“रफ पर गेंद डालने के बजाय उन्होंने स्टंप्स की लाइन पर गेंदबाज़ी की, जिससे विकेट लेने के मौके कम हुए।”
अगला मुकाबला एजबेस्टन में
भारत और इंग्लैंड के बीच अगला टेस्ट 2 जुलाई से एजबेस्टन में खेला जाएगा। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या टीम मैनेजमेंट माइकल क्लार्क की इस सलाह को मानेगा और कुलदीप यादव को मौका देगा या नहीं।