
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने चौथे टेस्ट के लिए अपनी 14 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है। ये मैच 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाएगा। सबसे बड़ी खबर ये रही कि बाएं हाथ के स्पिनर लियाम डॉसन की टेस्ट टीम में आठ साल बाद वापसी हुई है। उन्होंने आखिरी बार जुलाई 2017 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ नॉटिंघम में टेस्ट खेला था।
दरअसल, इंग्लैंड के युवा स्पिनर शोएब बशीर लॉर्ड्स टेस्ट में उंगली टूटने के कारण सीरीज से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह अब डॉसन को मौका दिया गया है। बशीर के बाहर होने के बाद इंग्लैंड को एक अनुभवी स्पिनर की जरूरत थी, जिसे पूरा किया डॉसन ने।
सेलेक्टर का भरोसा
इंग्लैंड के मेंस चीफ सेलेक्टर ल्यूक राइट ने कहा, “लियाम डॉसन इस कॉल-अप के हकदार हैं। वो काउंटी चैंपियनशिप में शानदार फॉर्म में हैं और हैम्पशायर के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।”
इस सीजन उनकी फॉर्म भी शानदार रही है। काउंटी डिवीजन वन 2025 में डॉसन ने 9 मैचों में 44.66 की औसत से 536 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। गेंद से भी उन्होंने 21 विकेट झटके हैं। यही नहीं, पिछले दो सीजन से उन्हें PCA का प्लेयर ऑफ द ईयर भी चुना गया है।
डॉसन का टेस्ट और फर्स्ट-क्लास रिकॉर्ड
लियाम डॉसन ने अब तक सिर्फ 3 टेस्ट खेले हैं जिसमें उन्होंने 7 विकेट लिए हैं। उनके नाम 42.57 की औसत से विकेट हैं। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में 84 रन भी बनाए हैं जिसमें नाबाद 66 रन की पारी भी शामिल है।
अगर उनके फर्स्ट-क्लास करियर की बात करें तो वो काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्होंने 212 फर्स्ट-क्लास मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 371 विकेट लिए हैं। इसके साथ ही बल्ले से भी उन्होंने 10,731 रन बनाए हैं, जिसमें 18 शतक और 56 अर्धशतक शामिल हैं।
बशीर की जगह, ओवरटन और सैम कुक हुए रिलीज
इंग्लैंड ने चौथे टेस्ट के लिए टीम से ऑलराउंडर जैमी ओवरटन और तेज गेंदबाज सैम कुक को रिलीज कर दिया है। ये दोनों अपने-अपने काउंटी क्लब्स के लिए खेलेंगे।
इंग्लैंड की टीम इस प्रकार है:
जैक क्रॉली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, हैरी ब्रूक, बेन स्टोक्स (कप्तान), जैमी स्मिथ (विकेटकीपर), क्रिस वोक्स, ब्रायडन कार्स, जोफ्रा आर्चर, लियाम डॉसन, जोश टंग, गस एटकिंसन और जैकब बेटल।
इंग्लैंड अब 2-1 से पीछे चल रही सीरीज को मैनचेस्टर में जीतकर बराबरी पर लाना चाहेगी। ऐसे में लियाम डॉसन का रोल अहम रहने वाला है। देखना होगा कि आठ साल बाद टीम में वापसी करने वाले डॉसन अपने अनुभव से इंग्लैंड को कितना फायदा दिलाते हैं।