
भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में 20 जून से शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह एक खास रिकॉर्ड अपने नाम करने के बेहद करीब हैं। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ बुमराह इंग्लैंड की स्विंग और बाउंस से भरी पिचों पर पहले भी कमाल कर चुके हैं और इस बार भी फैंस को उनसे उसी अंदाज़ की उम्मीद होगी।
इस टेस्ट में अगर बुमराह सिर्फ 2 विकेट ले लेते हैं, तो वो पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज़ वसीम अकरम को पीछे छोड़ देंगे। ऐसा करते ही वो SENA देशों (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले एशियाई गेंदबाज़ बन जाएंगे।
कितना खास है यह रिकॉर्ड?
SENA देशों में विदेशी खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी अहम माना जाता है क्योंकि इन देशों की पिचें एशिया से बिल्कुल अलग होती हैं – तेज़, उछालभरी और बल्लेबाज़ों के लिए चुनौतीपूर्ण। बुमराह ने इन मुश्किल हालातों में लगातार शानदार गेंदबाज़ी की है।
अभी तक बुमराह के नाम SENA देशों में कुल 145 विकेट हैं, वहीं वसीम अकरम के नाम 146 विकेट दर्ज हैं। यानी जैसे ही बुमराह दो विकेट लेंगे, वह इस लिस्ट में टॉप पर पहुंच जाएंगे। अगर वह इस मैच में 5 विकेट हासिल कर लेते हैं, तो वह 150 विकेट का आंकड़ा छूने वाले पहले एशियाई गेंदबाज़ बन जाएंगे।
SENA देशों में बुमराह का प्रदर्शन
• ऑस्ट्रेलिया: 23 पारियों में 64 विकेट
• साउथ अफ्रीका: 15 पारियों में 38 विकेट
• इंग्लैंड: 15 पारियों में 37 विकेट
• न्यूजीलैंड: 4 पारियों में 6 विकेट
कुल मिलाकर, उन्होंने 68 पारियों में 145 विकेट झटके हैं। वहीं वसीम अकरम ने यह आंकड़ा 55 पारियों में हासिल किया था। ये तुलना बताती है कि बुमराह कितने प्रभावशाली गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने सिर्फ 7 सालों में वो मुकाम छू लिया, जो अकरम ने 18 साल में हासिल किया।
इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द
बुमराह की हालिया फॉर्म भी शानदार रही है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उन्होंने 5 टेस्ट में 32 विकेट लिए और “प्लेयर ऑफ द सीरीज़” बने। उनके सामने इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी लाइनअप के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। लीड्स की पिच आमतौर पर तेज़ गेंदबाज़ों को मदद देती है और बुमराह की बाउंसर और यॉर्कर इस पिच पर और भी खतरनाक हो सकती हैं।
बुमराह के पास मौका है कि वो न सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ें, बल्कि अपनी टीम को जीत की राह पर भी ले जाएं। अगर वो इस टेस्ट में 5 विकेट निकालते हैं, तो उनके नाम एक और ऐतिहासिक उपलब्धि जुड़ जाएगी।
अब सबकी निगाहें 20 जून पर टिकी हैं, जब भारत और इंग्लैंड आमने-सामने होंगे और बुमराह इतिहास लिखने के करीब होंगे।