जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड में इतिहास रचा, दो बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में एक बार फिर इतिहास रच दिया। उन्होंने अपनी बेहतरीन गेंदबाज़ी से न सिर्फ इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को झकझोर दिया, बल्कि दो बड़ी रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिए।
पहले टेस्ट के पहले विकेट में मैदान पर उतर कर बुमराह ने इंग्लिश बल्लेबाज़ों की पूरी लाइनअप को हिला दिया। खास बात यह है कि यह बल्ले पर इतने फ्लैट विकेट को देखते हुए बेहद खास थी। उन्होंने पहले दो दिन में प्रमुख विकेट लिए, और तीसरे दिन दूसरी पारियां शुरू होने पर टेस्ट मैच का मॉमेंटम भारत की तरफ खींच लिया।
रिप्ले में क्या हुआ
दूसरे दिन की आखिरी गेंदों में, बुमराह ने क्रिस वोक्स और जोश टंग को निकल कर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को झटका दिया। उनके इस प्रदर्शन से भारत को पांच विकेट मिलने के साथ-साथ छह रन की बढ़त भी हासिल हो गई।
पहला रिकॉर्ड – इंग्लैंड में सबसे ज्यादा फाइवर
बुमराह ने इंग्लैंड में परीक्षण खेलने वाले भारतीय गेंदबाज़ों में सबसे ज्यादा पाच विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। ये उनका तीसरा फाइवर इंग्लैंड में है – इससे उन्होंने लाल कह गए रणाटम, कपिल देव, भुवनेश्वर कुमार और इशांत शर्मा जैसे गेंदबाज़ों को पीछे कर दिया।
दूसरा रिकॉर्ड – SENA में 150 विकेट
दूसरा शानदार रिकॉर्ड बुमराह ने SENA (South Africa, England, New Zealand, Australia) देशों में हासिल किए। उन्होंने वहां कुल 150 टेस्ट विकेट पूरे कर दिए, और यह सफलता हासिल करने वाले पहले एशियाई गेंदबाज़ बन गए। इससे पहले पाकिस्तान के महान खिलाड़ी वसीम अकरम के नाम 146 विकेट थे – बुमराह ने उन्हें पीछे छोड़ दिया।
SENA में एशियाई गेंदबाज़ों की सूची
S.No खिलाड़ी विकेट मैच
1 जसप्रीत बुमराह 150 32
2 वसीम अकरम 146 32
3 अनिल कुंबले 141 35
4 इशांत शर्मा 130 41
5 मुथैया मुरलीधरन 125 23
बैठा कामयाब रणनीति
बुमराह ने एक सपाट पिच पर गेंदबाज़ी की कला दिखाते हुए स्विंग और यॉर्कर का सही मिश्रण दिया। उनके तीन विकेट दूसरे दिन और दो अतिरिक्त विकेट तीसरे दिन की सुबह में भारत की खातिर साबित हुए। यह इंडिया ऐ टीम के लिए भी एक धारदार निर्णय साबित हुआ, और टीम को शुरुआती बढ़त दिलाई।
सीरीज़ की कहानी
भारत के लिए यह रिकॉर्ड बुक तक सीमित नहीं रहेगा। अब अगले टेस्ट भी खेलना है और बुमराह ज़्यादा मैच नहीं खेलेंगे, लेकिन तीन मैच में भी उनका प्रभाव भारी रहेगा। वो पहले ही इंग्लैंड दौरे के समय क्रम योजनाबद्ध रखने का फैसला कर चुके हैं और खुद की फिटनेस का ध्यान रखेंगे – इसी वजह से उन्हें तीन टेस्ट के लिए चयनित किया गया है।
फैंस और साथियों की प्रेरणा
बुमराह की यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि भारतीय तेज गेंदबाज़ी की ताकत को भी दर्शाती है। उनके नाम तीन रिकॉर्ड बनना और SENA में पहला रिकॉर्ड दर्ज करना दोनों ही भारत के लिए गर्व की बात है। फैंस इस प्रदर्शन से काफी उत्साहित हैं और उन्हें टीम की अगली कामयाबी में अहम रोल निभाते देखने की उम्मीद है।
इस तरह बुमराह न सिर्फ इंग्लैंड दौरे की तैयारी कर रहे हैं, बल्कि अपने इतिहास के साथ सामरिक योगदान भी दे रहे हैं — जिसके दम पर भारत की टीम को आने वाले मैचों में बड़ा फायदा मिल सकता है।