'थोड़ी किस्मत साथ देती तो भारत 3-0 से आगे होता', रवि शास्त्री ने बताए लॉर्ड्स टेस्ट के दो बड़े मोड़

रवि शास्त्री ने बताए लॉर्ड्स टेस्ट के दो अहम मोड़
Ravi Shastri
Ravi ShastriImage Source: Social Media
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भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 में अब तक शुबमन गिल की कप्तानी वाली टीम इंडिया को कई मौके मिले, लेकिन वो उन्हें पूरी तरह भुना नहीं पाए। खासकर लॉर्ड्स टेस्ट में जहां भारत 193 रनों का छोटा सा लक्ष्य हासिल नहीं कर सका और मैच हार गया। इससे पहले लीड्स में भी भारत 371 रनों का बचाव नहीं कर सका था। इन नाकामियों के बीच पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि अगर थोड़ी सी किस्मत साथ देती तो भारत अभी तक सीरीज में 3-0 से आगे होता।

शास्त्री को याद आया 2021 वाला टेस्ट

रवि शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू पर बातचीत में कहा, “लॉर्ड्स टेस्ट ने मुझे 2021 की याद दिला दी। तब भी स्कोर कुछ ऐसा ही था, करीब 300-300 और फिर दूसरी पारी में एक टीम ढह गई। लेकिन तब इंडिया जीता था। अब भी सीरीज में दो मैच बाकी हैं, कुछ भी हो सकता है। अगर इंडिया अगले मैच में पलटवार करता है तो ओवल टेस्ट बहुत रोमांचक होगा।”

उन्होंने आगे कहा, “अभी तक पंद्रह दिन बीते हैं सीरीज में और बहुत ही शानदार क्रिकेट हुआ है। कई बार लगा कि इंडिया 3-0 से आगे होता, अगर थोड़ी सी किस्मत साथ देती।”

स्टोक्स की ‘प्रेजेंस ऑफ माइंड’ की तारीफ

शास्त्री ने लॉर्ड्स टेस्ट के दो अहम मोड़ भी बताए। पहला था जब तीसरे दिन लंच से ठीक पहले ऋषभ पंत रन आउट हुए। उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की तारीफ करते हुए कहा, “पंत का आउट होना मेरे लिए इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट था। बेन स्टोक्स का डायरेक्ट हिट शानदार था, उन्होंने सही समय पर सही छोर पर निशाना साधा। अगर पंत आउट नहीं होते तो इंडिया लीड ले लेता और गेम पूरी तरह हमारे हाथ में आ जाता।”

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करुण नायर की गलती पर खरी-खोटी

दूसरा बड़ा पल था करुण नायर का आउट होना। शास्त्री ने कहा, “जब इंडिया दूसरी पारी में 40 पर एक विकेट था, तब करुण नायर ने जिस तरह एक सीधी गेंद छोड़ दी, वो बहुत बड़ी गलती थी। उस वक्त अगर वो टिक जाते तो इंग्लैंड के लिए दरवाजा बंद हो जाता।”

उन्होंने बताया कि निचले क्रम ने कैसे लड़ाई दिखाई, “जब सिराज, बुमराह और जडेजा खेल रहे थे, तब बॉल पुरानी हो गई थी और वो लोग आसानी से खेल रहे थे। उन्होंने टारगेट को घटाकर लंच तक 82 तक ला दिया। फिर भी 82 से 22 तक का सफर कमाल था। यही दिखाता है कि अगर टॉप ऑर्डर ने थोड़ा और धैर्य रखा होता, तो मैच इंडिया का हो सकता था।”

अब मैनचेस्टर में नई चुनौती

अब गिल की अगुवाई वाली टीम इंडिया को कुछ कर दिखाना होगा जो आज तक किसी भी भारतीय टीम ने इंग्लैंड में नहीं किया। भारत ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में कभी टेस्ट मैच नहीं जीता। अगर इस बार इंडिया वहां जीत जाता है तो सीरीज में नई जान आ जाएगी और ओवल में आखिरी टेस्ट एक जबरदस्त मुकाबला बन सकता है।

रवि शास्त्री की बातों से साफ है कि टीम इंडिया में क्षमता है, बस उन्हें बड़े मौकों पर थोड़ी किस्मत और मजबूत मानसिकता की जरूरत है।

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