
भारत के पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन यशस्वी जायसवाल के जल्दी आउट होने पर दिलचस्प एनालिसिस किया। तीसरे टेस्ट के इस मुकाबले में भारत की पारी की शुरुआत में ही जायसवाल आठ गेंद में 13 रन बनाकर जोफ्रा आर्चर का शिकार हो गए। आर्चर चार साल बाद टेस्ट क्रिकेट में लौटे थे और आते ही उन्होंने अपनी रफ्तार और लाइन-लेंथ से जायसवाल को परेशान कर दिया।
जायसवाल की तकनीक पर अश्विन की राय
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल ‘अश की बात’ पर बताया कि जायसवाल का खेल ज्यादा ऑफ-साइड पर निर्भर है। उन्होंने कहा,
“हम सब जानते हैं कि जायसवाल ने पहले टेस्ट में शतक और दूसरे में 80 रन की शानदार पारी खेली। लेकिन उनकी बैटिंग में एक चीज़ है, उनका पसंदीदा एरिया ऑफ-साइड है। इसे ब्लाइंड स्पॉट भी कह सकते हैं। लॉर्ड्स की स्लोप वाली पिच पर नई गेंद से गेंद अक्सर बाहर जाती है। आर्चर ने भी गेंद को लेग-साइड के बाहर पिच कराया, जिससे जायसवाल का सिर गेंद की लाइन से हट गया। उनकी नजर गेंद पर नहीं थी और बैट नीचे आते हुए एज लगा बैठा।”
ये कमजोरी नहीं, हर बल्लेबाज़ का होता है एक ‘ब्लाइंड स्पॉट’
अश्विन ने आगे साफ किया कि इसे तकनीकी कमजोरी कहना गलत होगा। उन्होंने कहा,
“ये कोई टेक्निकल कमजोरी नहीं है। हर खिलाड़ी का एक ब्लाइंड स्पॉट होता है। जायसवाल का स्टांस थोड़ा बंद है, इसलिए वो उस पोजीशन से गेंद को ठीक से देख नहीं पाते। इसी वजह से वो आखिरी वक्त पर अपने हाथ मुलायम नहीं कर पाते और गेंद एज लेकर स्लिप में चली जाती है।”
इंग्लैंड थोड़ा आगे, लेकिन भारत वापसी कर सकता है
अश्विन ने पिच को लेकर भी बताया कि अभी विकेट बहुत धीमा है। उन्होंने कहा,
“ये पिच उम्मीद के मुताबिक बल्लेबाज़ी के लिए बेहतर होनी चाहिए थी, लेकिन अभी बहुत धीमी है। हां, एक अच्छी बात ये रही कि बाउंस अब थोड़ा कंसिस्टेंट है। इंग्लैंड में आमतौर पर दूसरे और तीसरे दिन बल्लेबाज़ी सबसे अच्छी होती है। मुझे लगता है इंग्लैंड अभी इस मैच में थोड़ा आगे है।”
हालांकि अश्विन ने भरोसा जताया कि भारत अभी भी इस मुकाबले में पूरी तरह से बना हुआ है। उन्होंने कहा,
“अगर भारत तीसरे दिन अच्छी बल्लेबाज़ी करता है और लगातार रन जोड़ता है, तो वापसी करना मुश्किल नहीं होगा। वैसे भी इस बार टीम मैनेजमेंट ने बल्लेबाज़ी को लंबा किया है, वो यहां काम आ सकता है।”
भारत के लिए आगे की चुनौती
भारत की युवा बल्लेबाज़ी इस सीरीज़ में चर्चा में रही है। विराट कोहली और रोहित शर्मा के जाने के बाद जायसवाल, शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों पर बड़ी ज़िम्मेदारी है। अश्विन ने भी माना कि ये खिलाड़ी मानसिक रूप से तैयार रहें और दबाव में भी सहज माहौल बनाए रखें, तो मैच की तस्वीर बदल सकती है।
इस तरह अश्विन ने जायसवाल के जल्दी आउट होने पर नकारात्मक टिपण्णी करने की बजाय, उनके खेल को सकारात्मक तरीके से देखा और समझाया कि हर बड़े बल्लेबाज़ में कोई न कोई ऐसा एरिया ज़रूर होता है, जहां वो थोड़े कमजोर होते हैं। अब देखना होगा कि तीसरे दिन भारत की बल्लेबाज़ी कैसा जवाब देती है और क्या टीम इस टेस्ट में वापसी कर पाती है।