टीम इंडिया में एक नया दौर शुरू हो चुका है। टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद अब 25 साल के शुभमन गिल को टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई है। इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से गिल अपने कप्तानी करियर की शुरुआत करेंगे।
इस नई जिम्मेदारी के बीच सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या कप्तानी का असर गिल की बल्लेबाज़ी पर पड़ेगा? इस पर सीनियर खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि कप्तानी गिल के लिए परेशानी नहीं बल्कि मोटिवेशन बनेगी।
पुजारा का समर्थन:
चेतेश्वर पुजारा ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि कप्तानी का असर शुभमन की बैटिंग पर पड़ेगा। बल्कि ये उसे और बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगी। हां, कप्तानी और बल्लेबाज़ी दोनों में अलग-अलग फोकस की ज़रूरत होती है। लेकिन अगर आपका माइंडसेट सही हो तो आप दोनों रोल अच्छे से निभा सकते हैं। शुभमन में वो बात है। खासकर विदेशी हालात में वो अच्छा करना चाहेगा।”
सपोर्ट स्टाफ का रोल अहम:
पुजारा ने ये भी कहा कि युवा कप्तान के साथ सपोर्ट स्टाफ की भूमिका बहुत अहम होगी। उन्होंने सुझाव दिया कि कोचिंग स्टाफ और एनालिस्ट्स को लगातार शुभमन को सही सलाह और जरूरी जानकारी देनी चाहिए।
“जब कप्तान नया हो, तो उसके आसपास का सपोर्ट सिस्टम बहुत मायने रखता है। कोच, एनालिस्ट और बाकी टीम मेंबर्स को उसे सही डेटा, कंडीशन के मुताबिक जानकारी और पॉजिटिव फीडबैक देना चाहिए। इससे कप्तान का आत्मविश्वास बना रहता है,” पुजारा ने कहा।
इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया:
टीम इंडिया की स्क्वॉड में शुभमन गिल कप्तान हैं और ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया है। बाकी टीम में यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुधर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, नितीश रेड्डी, रविंद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दूल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाशदीप, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव शामिल हैं।
अब देखना होगा कि युवा कप्तान शुभमन गिल इस नई ज़िम्मेदारी को कैसे निभाते हैं और क्या वो अपने बल्ले से भी उतनी ही चमक दिखा पाते हैं।