लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला लिया। ये फैसला सबको चौंकाने वाला लगा क्योंकि कप्तान बनने के बाद घरेलू टेस्ट में स्टोक्स ने दूसरी बार पहले बल्लेबाज़ी का विकल्प चुना। आमतौर पर इंग्लैंड की टीम रन चेज करना पसंद करती है।
भारत के पूर्व कोच और मौजूदा कमेंटेटर रवि शास्त्री भी इस फैसले पर हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि शायद पिछले टेस्ट में बर्मिंघम में मिली 336 रन की हार और पिच की कंडीशन ने स्टोक्स को ये निर्णय लेने पर मजबूर किया। शास्त्री ने माना कि हालात को देखते हुए स्टोक्स का फैसला सही था।
शास्त्री ने शेयर किया लॉर्ड्स में स्टोक्स से हुई बातचीत का किस्सा
स्काई स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान शास्त्री ने कहा,
“जब स्टोक्स ने बताया कि वो पहले बैटिंग करेंगे, मैं थोड़ी देर के लिए रुका। मैंने दोबारा पूछा - क्या मैंने सही सुना? क्योंकि इंग्लैंड तो आमतौर पर रन चेज करना पसंद करता है। लेकिन मौसम, पिच पर होती टूट-फूट और पिछले मैच में भारतीय स्पिनर्स की मुश्किलें याद करके लगता है उन्होंने ठीक ही सोचा। बर्मिंघम में जो हुआ उसके बाद इंग्लैंड का पहले बैटिंग करना समझ आता है।”
जॉफ्रा आर्चर की वापसी पर भी बोले शास्त्री
शास्त्री ने इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन में तेज गेंदबाज़ जॉफ्रा आर्चर की वापसी पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी लंबे समय बाद खेल रहा हो तो उसके मन में कई तरह के सवाल चलते रहते हैं।
“मैच फिटनेस ना होने पर subconsciously आपके दिमाग में चलता रहता है कि क्या मैं पूरी ताकत से गेंद डालूं या थोड़ा बचकर रहूं। मुझे लगता है आर्चर यहां समझदारी दिखाएंगे। वो पूरी एनर्जी खर्च नहीं करेंगे। जब ज़रूरत होगी, तब ही पूरी रफ्तार से गेंद डालेंगे।”
शास्त्री ने उम्मीद जताई कि अगर इंग्लैंड की टीम अगले एक-डेढ़ सेशन और बल्लेबाज़ी कर लेती है तो पिच पर बाउंस में बदलाव दिखेगा और वहां से आर्चर इंग्लैंड के लिए अहम रोल निभा सकते हैं।
पहले दिन का खेल
पहले दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 251/4 का स्कोर बना लिया था। कप्तान स्टोक्स और जो रूट के बीच अहम साझेदारी देखने को मिली। भारत के लिए सबसे कामयाब गेंदबाज़ रहे युवा नितीश कुमार रेड्डी जिन्होंने पहली ही पारी में दो विकेट लेकर इंग्लैंड की रफ़्तार रोकी।
आगे की चुनौती
भारत चाहेगा कि दूसरे दिन इंग्लैंड को जल्दी समेटकर बढ़त बनाई जाए। वहीं इंग्लैंड की कोशिश होगी कि वो स्कोर को 400 तक ले जाकर भारत पर दबाव डालें। बेशक मैच में अभी बहुत क्रिकेट बाकी है, लेकिन टॉस के इस फैसले और पहले दिन के खेल ने मुकाबले को और रोमांचक बना दिया है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि लॉर्ड्स की पिच कितनी टूटती है और भारत के स्पिनर वहां कितना असर डाल पाते हैं।
“मैच फिटनेस ना होने पर 'Sub-Consciously' आपके दिमाग में चलता रहता है कि क्या मैं पूरी ताकत से गेंद डालूं या थोड़ा बचकर रहूं। मुझे लगता है आर्चर यहां समझदारी दिखाएंगे। वो पूरी एनर्जी खर्च नहीं करेंगे। जब ज़रूरत होगी, तब ही पूरी रफ्तार से गेंद डालेंगे।”
शास्त्री ने उम्मीद जताई कि अगर इंग्लैंड की टीम अगले एक-डेढ़ सेशन और बल्लेबाज़ी कर लेती है तो पिच पर बाउंस में बदलाव दिखेगा और वहां से आर्चर इंग्लैंड के लिए अहम रोल निभा सकते हैं।
पहले दिन का खेल
पहले दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 251/4 का स्कोर बना लिया था। कप्तान स्टोक्स और जो रूट के बीच अहम साझेदारी देखने को मिली। भारत के लिए सबसे कामयाब गेंदबाज़ रहे युवा नितीश कुमार रेड्डी जिन्होंने पहली ही पारी में दो विकेट लेकर इंग्लैंड की रफ़्तार रोकी।
आगे की चुनौती
भारत चाहेगा कि दूसरे दिन इंग्लैंड को जल्दी समेटकर बढ़त बनाई जाए। वहीं इंग्लैंड की कोशिश होगी कि वो स्कोर को 400 तक ले जाकर भारत पर दबाव डालें। बेशक मैच में अभी बहुत क्रिकेट बाकी है, लेकिन टॉस के इस फैसले और पहले दिन के खेल ने मुकाबले को और रोमांचक बना दिया है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि लॉर्ड्स की पिच कितनी टूटती है और भारत के स्पिनर वहां कितना असर डाल पाते हैं।