Mohammed Shami की फिटनेस को लेकर टीम इंडिया की चिंता बढ़ गई है। इंग्लैंड दौरे से पहले उनकी फॉर्म और फिटनेस सवालों के घेरे में है। IPL में उनका प्रदर्शन कमजोर रहा और रिपोर्ट्स बताती हैं कि वो अपनी रन-अप पूरी करने में भी परेशानी महसूस कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी कमी से टीम पर असर पड़ सकता है।
टीम इंडिया के अनुभवी तेज गेंदबाज़ Mohammed Shami की वापसी को लेकर अभी भी सवाल बने हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया में हुई Border-Gavaskar Trophy 2024-25 में उनकी कमी साफ दिखी, खासकर जब Jasprit Bumrah को दूसरे छोर से मदद नहीं मिल रही थी। कई एक्सपर्ट्स जैसे Ravi Shastri और Ricky Ponting का मानना था कि अगर Shami होते, तो सीरीज़ का नतीजा भारत के पक्ष में हो सकता था।
लेकिन अब England दौरे से पहले Shami का नाम ऑटोमेटिक चॉइस नहीं माना जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो अपनी रन-अप पूरी करने में भी परेशानी महसूस कर रहे हैं। गेंद पहले की तरह विकेटकीपर तक तेज़ी से नहीं पहुंच रही और उनका रिदम भी पहले जैसा नहीं लग रहा।
BCCI से जुड़े एक सूत्र ने बताया, “Shami अभी भी पूरी तरह फिट नहीं हैं। चोट के बाद से वो लगातार जूझ रहे हैं। रन-अप अधूरी रह जाती है और गेंद में वो धार नहीं दिख रही। IPL में भी उनका प्रदर्शन उम्मीद से बहुत नीचे रहा।”
IPL 2025 में Shami ने Sunrisers Hyderabad की ओर से खेलते हुए 9 मैचों में सिर्फ 6 विकेट लिए, वो भी 56 से ज़्यादा के औसत से। कुछ मुकाबलों में तो वो प्लेइंग इलेवन में भी नहीं थे। इससे साफ हो जाता है कि उनका फॉर्म और फिटनेस दोनों चिंता का विषय हैं।
टीम मैनेजमेंट का प्लान था कि पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में कम से कम Shami या Bumrah में से कोई एक हर मैच में खेले, लेकिन अगर Bumrah को रेस्ट दिया जाए और Shami की हालत ठीक न हो, तो टीम पर असर पड़ सकता है।
हालांकि Champions Trophy 2025 में उन्होंने 9 विकेट लेकर वापसी की थी, लेकिन वो निरंतरता अभी नहीं दिख रही। England में Shami ने 14 टेस्ट में 42 विकेट लिए हैं, लेकिन वहां कभी भी पांच विकेट नहीं लिए।
BCCI 16 मई को England दौरे के लिए टीम और नए कप्तान की घोषणा कर सकता है। Rohit और Kohli के टेस्ट से रिटायर होने के बाद अब तेज़ गेंदबाज़ी की जिम्मेदारी और भी अहम हो गई है।