रविंद्र जडेजा Image Source: Social Media
Cricket

लॉर्ड्स टेस्ट में रविंद्र जडेजा की धीमी पारी पर संजय मांजरेकर ने उठाए सवाल !

लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार पर जडेजा की धीमी पारी पर सवाल

Nishant Poonia

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच टीम इंडिया के लिए काफी निराशाजनक रहा। 193 रन के आसान से दिखने वाले लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम सिर्फ 170 रन पर सिमट गई और इंग्लैंड ने ये मुकाबला 22 रन से अपने नाम कर लिया। इस हार के बाद भारत पांच मैचों की सीरीज़ में अब 1-2 से पीछे चल रहा है।

इस मैच में सबसे ज्यादा चर्चा में रहे ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा, जिन्होंने दूसरी पारी में 181 गेंदों पर 61 रन की पारी खेली। जडेजा ने अपने डिफेंस पर पूरा भरोसा दिखाया और क्रीज पर टिके भी रहे, लेकिन जीत के लिए जरूरी तेवर उनकी पारी में नहीं दिखे।

मांजरेकर ने उठाए सवाल

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने जडेजा की इस पारी को लेकर सवाल उठाए। मांजरेकर ने कहा कि जडेजा ने तो लंबी पारी ज़रूर खेली, लेकिन उसमें वो एग्रेसिव सोच नहीं दिखी जिससे मैच जीता जा सकता था।

उन्होंने कहा, “जडेजा अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे थे लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि वो मैच जीतने की कोशिश कर रहे हैं। वो बस विकेट पर टिके रहे और इंतज़ार करते दिखे। असली हीरो तो बुमराह थे, जिन्होंने करीब डेढ़ घंटे तेज गेंदबाज़ों का सामना किया और बहादुरी से खेलते रहे। उनकी बैटिंग में वही मेंटल स्ट्रेंथ दिखी जो उनकी गेंदबाज़ी में अक्सर दिखती है।”

संजय मांजरेकर

पहली पारी में भी खेली लंबी पारी

जडेजा ने पहली पारी में भी चार घंटे तक बल्लेबाज़ी करते हुए 70 रन बनाए थे। इससे उनका डिफेंस और भी मज़बूत दिखा। लेकिन मांजरेकर ने कहा कि जब जडेजा ने दूसरी पारी में अपनी फिफ्टी पूरी की, तब ड्रेसिंग रूम में कोई खास उत्साह नहीं दिखा। शायद टीम को समझ आ गया था कि इस स्ट्राइक रेट से मैच जीतना बहुत मुश्किल है।

जडेजा को मिला मिक्स्ड रिएक्शन

हालांकि, कई पूर्व क्रिकेटरों और फैंस ने जडेजा की इस जुझारू पारी की तारीफ भी की। उनका मानना है कि मुश्किल हालात में जब विकेट गिरते जा रहे थे, तब जडेजा ने कम से कम एक छोर संभाले रखा। मगर मांजरेकर जैसे लोग मानते हैं कि टेस्ट मैच में ऐसे वक्त पर थोड़ा रिस्क लेना जरूरी होता है ताकि जीत की उम्मीद बनी रहे।

सीरीज़ में अब भारत पर दबाव

भारत अब पांच मैचों की इस सीरीज़ में 1-2 से पीछे है। चौथा टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाएगा। कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर की अब बड़ी जिम्मेदारी है कि वो टीम का मनोबल फिर से उठाएं और अगले मैच में बेहतर खेल दिखाएं।

देखना होगा कि क्या टीम इंडिया अपनी गलतियों से सबक लेकर अगले मुकाबले में जीत दर्ज कर पाती है या इंग्लैंड फिर से बाज़ी मार लेता है। फिलहाल लॉर्ड्स टेस्ट की हार और जडेजा की धीमी पारी पर चर्चा ज़ोरों पर है।