भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ओपनर शिखर धवन ने अगस्त 2024 में अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लेकर सबको चौंका दिया। उनके करियर में कई बड़ी पारियां और यादगार लम्हे रहे, खासकर ICC टूर्नामेंट्स में। इसी वजह से उन्हें फैंस ‘Mr. ICC’ भी कहते थे। 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में जब भारत चैंपियन बना था, तब धवन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। इसके बाद 2015 वर्ल्ड कप और 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में भी वो भारत के सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे। ICC टूर्नामेंट्स में उनका औसत करीब 65 का था, जो बताता है कि बड़े मैचों में उनका बल्ला कितना चलता था।
लेकिन वक्त के साथ सब कुछ बदलता है। शिखर धवन के लिए भी धीरे-धीरे मुश्किलें बढ़ने लगीं। 2022 का बांग्लादेश दौरा उनके करियर का आखिरी इंटरनेशनल टूर साबित हुआ। वहां तीन पारियों में वो सिर्फ 18 रन ही बना पाए। इसी सीरीज में कुछ ऐसा हुआ जिसने उनके करियर को नई दिशा दे दी।
ईशान किशन की धमाकेदार डबल सेंचुरी
उसी सीरीज में ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ ताबड़तोड़ अंदाज़ में खेलते हुए सिर्फ 131 गेंदों पर 210 रन ठोक दिए। वहीं धवन उसी मैच में सिर्फ 3 रन बनाकर आउट हो गए। ईशान की इस पारी ने भारतीय टीम को नया ओपनर दे दिया और धवन को भी अहसास हो गया कि अब उनका दौर खत्म होने वाला है।
एक इंटरव्यू में धवन ने खुद इस बारे में बताया,
“मैं अर्धशतक तो बना रहा था लेकिन बड़ी पारी नहीं आ रही थी। जब ईशान ने दोहरा शतक मारा, तब मुझे अंदर से आवाज़ आई कि शायद अब मेरा टाइम खत्म हो गया है। बाद में दोस्त मिलने आए थे कि मैं दुखी न हो जाऊं, लेकिन मैं तो मस्त था, इंजॉय कर रहा था।”
भारत ने वो मैच 227 रन से जीता, और वो मैच ही धवन का आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला साबित हुआ।
टीम से बाहर होने के बाद मिला कोई फोन?
जब धवन से पूछा गया कि टीम से बाहर होने के बाद क्या किसी साथी खिलाड़ी ने उनसे बात की, तो उन्होंने कहा,
“नहीं, ऐसा कुछ नहीं। शायद राहुल भाई (द्रविड़) से बात हुई थी, उन्होंने मैसेज किया था। वैसे हर किसी की अपनी ज़िंदगी है, सब अपने काम में बिजी रहते हैं। हम तो बचपन से ऐसी चीज़ों के आदी हैं। ये कोई नई बात थोड़ी थी।”
शिखर का शानदार रिकॉर्ड
शिखर धवन ने 167 वनडे खेले और 44.11 की औसत से 6793 रन बनाए, जिसमें 17 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट में भी उन्होंने 7 शतक जमाए।
अब भले ही शिखर मैदान पर नज़र न आएं, लेकिन उनके जोरदार कट शॉट्स, पुल्स और ICC टूर्नामेंट्स में उनकी बड़ी पारियां फैंस को हमेशा याद रहेंगी। ईशान ने टीम इंडिया को एक नया ओपनर दिया, और गब्बर ने भी इसे बड़े दिल से स्वीकार कर लिया। यही उनकी सबसे बड़ी खूबी है।