Pant, Rahul Image Source: Social Media
Cricket

‘मैंने ही कहा था सौ पूरा करना है’, KL Rahul ने ली Rishabh Pant के रनआउट की ज़िम्मेदारी

लॉर्ड्स में राहुल-पंत की साझेदारी ने भारत को मुश्किल से निकाला

Nishant Poonia

तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच मुकाबले में केएल राहुल और ऋषभ पंत ने टीम इंडिया को मुश्किल हालात से बाहर निकाला। जब दोनों क्रीज पर आए, तब भारत इंग्लैंड की पहली पारी के स्कोर से 242 रन पीछे था। लेकिन राहुल और पंत ने शानदार 141 रन की साझेदारी करके भारत की वापसी कराई और इस फासले को 140 रन तक ला दिया।

हालांकि भारत की किस्मत ने साथ नहीं दिया। लंच से ठीक पहले ओवर में ऋषभ पंत 74 रन पर रनआउट हो गए। यह रनआउट इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने किया। हुआ यूं कि राहुल अपने शतक के करीब थे और पंत ने उन्हें स्ट्राइक पर लाने की कोशिश में दौड़ लगाई, लेकिन मामला उल्टा पड़ गया।

दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में केएल राहुल ने इस रनआउट की ज़िम्मेदारी खुद ली। उन्होंने कहा,

“कुछ घंटे पहले ही मैंने पंत से कहा था कि लंच से पहले शतक पूरा करना है अगर मौका मिले। और जब बशीर वो आखिरी ओवर डाल रहा था तो लगा बढ़िया मौका है। लेकिन मैंने शॉट सीधा फील्डर के पास खेल दिया। मुझे पता था मैं बाउंड्री निकाल सकता था, पर हुआ नहीं।”

राहुल ने आगे कहा,

“मुझे लगता है पंत बस स्ट्राइक घुमाना चाहता था ताकि मैं फिर से स्ट्राइक पर आ जाऊं। लेकिन उस वक्त वो रनआउट नहीं होना चाहिए था, पूरा गेम का मोमेंटम ही बदल गया। हम दोनों के लिए ये निराशाजनक था, कोई भी खिलाड़ी ऐसे अपना विकेट गंवाना नहीं चाहता।”

पहले दिन फील्डिंग के दौरान पंत को उंगली में चोट लग गई थी। इस वजह से उन्होंने काफी समय मैदान के बाहर बिताया और उनकी जगह ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की। लेकिन जब बैटिंग की बारी आई तो पंत बिना किसी हिचक के नंबर पांच पर उतरे और अपने चिर-परिचित अंदाज में तेज़ लेकिन संभलकर खेलते हुए शानदार पारी खेली।

Rishabh Pant

दिन दो के अंत तक भारत तीन विकेट जल्दी खोकर मुश्किल में था। लेकिन तीसरे दिन सुबह पंत और राहुल की जोड़ी ने कमाल कर दिया और शतकीय साझेदारी कर डाली। लंच से ठीक पहले, एक गलत कॉल की वजह से पंत रनआउट हो गए। वो 74 रन बनाकर पवेलियन लौटे।

राहुल ने लंच के बाद अपना शतक पूरा किया, लेकिन शतक पूरा होते ही वो भी बशीर की गेंद पर आउट हो गए। फिर भी, इन दोनों की पारियों की वजह से भारत ने इंग्लैंड के 387 रन के स्कोर की बराबरी कर ली।

भारत की निचली क्रम की बल्लेबाज़ी में भी रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने अहम योगदान दिया, जिससे टीम बराबरी तक पहुंच पाई। इसके बाद इंग्लैंड ने दिन के आखिरी हिस्से में एक ओवर बल्लेबाज़ी की। इस ओवर में शुभमन गिल और ज़ैक क्रॉली के बीच हल्की नोकझोंक भी देखने को मिली।

तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड बिना विकेट खोए 2 रन बना चुका था। क्रीज पर ज़ैक क्रॉली 2 और बेन डकेट 0 रन पर नाबाद थे। अब देखना होगा कि चौथे दिन भारत अपने गेंदबाज़ों के दम पर इंग्लैंड को कितना दबाव में डाल पाता है।