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Cricket

ENG vs IND: लॉर्ड्स टेस्ट में गेंद बदलने को लेकर भारत पर उठे सवाल, पेनल्टी तक की मांग

भारत की गेंद बदलने की रणनीति पर सवाल

Nishant Poonia

लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन मैदान पर काफी कुछ देखने को मिला। जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाज़ी, जो रूट का बेहतरीन शतक और ब्राइडन कार्से की जुझारू पारी सुर्खियों में रही। लेकिन इन सबके बीच एक और चीज़ चर्चा का विषय बन गई — भारतीय टीम का बार-बार गेंद बदलवाने की कोशिश करना।

मैच के दौरान कई बार शुभमन गिल को अंपायरों के पास जाते और गेंद की तरफ इशारा करते हुए देखा गया। वह अंपायरों से गेंद की जांच करवाने की अपील कर रहे थे। इस पर अंपायरों ने बार-बार गेंद को रिंग गेज में डालकर देखा कि वह सही शेप में है या नहीं। कभी गेंद बदल दी गई, कभी नहीं। ये सब पहले ही सेशन में कई बार हुआ, जिससे इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट पंडितों ने नाराज़गी जताई।

इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड ने सोशल मीडिया पर लिखा, “गेंद विकेटकीपर की तरह होनी चाहिए — यानी किसी को न दिखे। लेकिन अब हर पारी में गेंद बदली जा रही है, ये अच्छी बात नहीं है। ड्यूक्स को अपनी गेंदों की क्वालिटी सुधारनी चाहिए। एक गेंद को कम से कम 80 ओवर चलना चाहिए, न कि सिर्फ 10 ओवर।”

इंग्लैंड के अखबार ‘द टेलीग्राफ’ के चीफ क्रिकेट राइटर स्किल्ड बेरी ने तो यहां तक कह दिया कि अगर कोई टीम बार-बार अंपायरों से गेंद चेक करवाती है और हर बार गेंद सही निकलती है, तो उस टीम पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जानी चाहिए। इससे बेवजह का टाइम वेस्ट नहीं होगा।

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वहीं, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि यह सिर्फ भारतीय टीम की गलती नहीं है बल्कि असली समस्या ड्यूक्स की गेंदों में ही है। उन्होंने बताया, “दोनों कप्तानों ने मैच से पहले ही इस मुद्दे पर बात की थी। इस टेस्ट में भी एक ही सेशन में दो बार गेंद बदली गई। पिछले कुछ सालों से ड्यूक्स की गेंदें जल्दी खराब हो रही हैं, शेप बिगड़ रही है।”

हुसैन ने ये भी कहा कि पहले के समय में गेंद पुरानी होकर नरम पड़ जाती थी, वो खेल का हिस्सा था। अब हर कोई बिल्कुल सही शेप वाली गेंद चाहता है। उन्होंने खासतौर पर ये बात भी कही कि जब बुमराह शानदार गेंदबाज़ी कर रहे थे, उसी वक्त भारत ने गेंद बदलने की मांग की, जो उन्हें गलत फैसला लगा। उन्होंने कहा, “जब गेंद आपके लिए अच्छा कर रही हो तो उसे क्यों बदलना?”

ऐसे में साफ है कि लॉर्ड्स टेस्ट में गेंद बदलने का ये मुद्दा अब काफी बड़ा बन गया है और आने वाले मैचों में इस पर और चर्चा देखने को मिल सकती है।