चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने मंगलवार 14 जनवरी को एक नया प्रोमो जारी किया. इसमें पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ी वसीम अकरम शामिल हुए. आपको बता दें चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज 19 फरवरी से पाकिस्तान में शुरू होगा. इसमें अभी एक महीने से ज्यादा का समय बाकी है, लेकिन फैंस और क्रिकेट के गलियारों में इसकी धूम मचना शुरू हो चुकी है। हर कोई चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए जोरो सोरों से तैयारियां कर रहा है।
साल 2009 से इसका चलन हुआ शुरू
वहीं चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के बीच आईसीसी ने एक वीडियो शेयर किया है. इसमें टूर्नामेंट के विजेताजओं को मिलने सफेद जैकेट भी है. प्रोमो में अकरम ने इस टूर्नामेंट के विरासत के बारे में बताया. उन्होंने आठ टीमों के हालिया प्रदर्शन को लेकर भी बात की. चैंपियंस ट्रॉफी में जीतने वाली टीम को ट्रॉफी के साथ-साथ सफेद ब्लेजर भी दिया जाता है. बता दें साल 2009 से इसका चलन शुरू हुआ और उसके बाद हर बार विजेता टीम के खिलाड़ियों को पहनाया जाता है.
सफेद कोट केवल चैंपियंस ट्रॉफी में ही क्यों दिया जाता है?
2013 में भारत द्वारा चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद की तस्वीरें अभी भी टीम इंडिया के फैंस के मन में ताजा हैं. महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी नीली जर्सी पर सफेद ब्लेजर पहनकर ट्रॉफी उठाई थी. शिखर धवन और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों ने डांस किया था, लेकिन सवाल यह कि आखिर आईसीसी सफेद ब्लेजर देता क्यों है? इसे केवल चैंपियंस ट्रॉफी में ही क्यों दिया जाता है? तो बता दें आईसीसी के अनुसार, सभी मैच मायने रखता है और यही वह चीज है जो सफेद कोट का प्रतिनिधित्व करती है. यह खेल की लंबी विरासत का प्रतिनिधित्व करता है. उन चैंपियंस को सम्मानित करता है जो इस प्रतिष्ठित आयोजन में भाग लेते हैं और चैंपियन बनने के लिए हर खेल में सर्वश्रेष्ठ को हराने के लिए लड़ते हैं.
महानता का प्रतीक सफेद जैकेट
सफेद जैकेट चैंपियन द्वारा पहना जाने वाला सम्मान का बिल्ला है. अकरम ने प्रोमो वीडियो में बताया कि जैकेट सामरिक प्रतिभा के लिए अथक प्रयास और पीढ़ियों को प्रेरित करने वाली विरासत का प्रतीक है. सफेद जैकेट जीतना जीत के लिए सब कुछ दांव पर लगाने की यात्रा को दर्शाता है. उन्होंने कहा, ”आईसीसी पुरुष चैंपियंस ट्रॉफी सर्वश्रेष्ठ का प्रतिनिधित्व करती है और महानता का प्रतीक सफेद जैकेट का अनावरण अब वैश्विक क्रिकेट समुदाय में इस आयोजन के उत्साह को बढ़ाएगा. अगले महीने की चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे मजबूत टीम टूर्नामेंट जीतेगी, क्योंकि हर खेल एक दबाव वाला खेल है और किसी भी टीम के लिए ब्रेक लेने का कोई मौका नहीं है.’
19 फरवरी से शुरू होगी चैंपियंस ट्रॉफी
आठ साल के अंतराल के बाद वापस आ रहा यह टूर्नामेंट 19 फरवरी से 9 मार्च तक 19 दिनों में 15 मैचों में शीर्ष आठ टीमों के बीच जबरदस्त मुकाबलों की मेजबानी करेगा. टूर्नामेंट के शुरुआती चरण के लिए आठ टीमों को दो समूहों में बांटा गया है. प्रत्येक टीम तीन ग्रुप-स्टेज मैच खेलेगी, जिसमें प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी.