भारतीय दिग्गज गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया में सीनियर टीम और इंडिया ए के बीच होने वाले प्रैक्टिस मैच को रद्द करने के भरतीय टीम के फैसले पर दुःख जताया है | दरहसल भारत की सीनियर टीम को 5 टेस्ट मैचों की BGT सीरीज के लिए रवाना होने से पहले ऑस्ट्रेलिया में एक भी वार्म अप मैच नहीं खेलना है | हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत ने काफी ख़राब प्रदर्शन किया जिसके बाद गावस्कर का कहना है की टीम को समझदारी से काम लेना चाहिए और कुछ प्रैक्टिस मैचों का आयोजन भी करना चाहिए |
स्पिन के खिलाफ भारतीय टीम के बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन काफी शर्मनाक रहा और वो काफी संघर्ष करते दिखे | पूरी टेस्ट सीरीज में उन्होंने केवल एक बार 300 का आकड़ा पार किया | ऑस्ट्रेलिया में उन्हें तेज़ और उछाल वाली पिचों पर खेलना होगा जिससे पहले अभ्यास करना ज़रूरी है | विराट कोहली और रोहित शर्मा विशेष रूप से आउट ऑफ़ फॉर्म नज़र आये जो की चिंता का विषय है |
स्पोर्टस्टार के लिए अपने कॉलम में गावस्कर ने लिखा, “ऑस्ट्रेलिया को बचाया जा सकता है क्योंकि वहां की पिचें पहले एक दर्जन ओवरों के बाद बल्लेबाजी के लिए खूबसूरत होती हैं, जिसके बाद गेंद शायद ही सतह से हटती है। हालांकि, ऐसा करने के लिए, टीम को उन तरह की पिचों पर थोड़ा और खेलने की ज़रूरत है। इसके बजाय, अब हमें बताया गया है कि पहले टेस्ट से पहले वार्म-अप गेम को रद्द कर दिया गया है। क्या इससे जायसवाल और सरफराज जैसे युवाओं को फ़ायदा नहीं होगा, जो पहली बार ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर खेल रहे हैं, ताकि वे कुछ रन बना सकें और यह महसूस कर सकें कि पिचें कैसी होंगी?”
गावस्कर ने आगे कहा की अगर वो जल्दी आउट हो जाते है, तो वो तब भी नेट में जाकर प्रैक्टिस करते है और थ्रोडाउन विशेषज्ञ या नेट गेंदबाजों के खिलाफ अभ्यास कर सकते हैं। पूर्व भारतीय खिलाड़ी का मानना है की आकाश दीप और हर्षित राणा जैसे गेंदबाज़ो के लिए ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाज़ी करने के लिए अच्छी लेंथ होना ज़रूरी है क्यूंकि ये भारत से अलग है |
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में भारतीय टीम में शामिल आठ खिलाड़ी – यशस्वी जायसवाल, सरफराज खान, अभिमन्यु ईश्वरन, ध्रुव जुरेल, नितीश रेड्डी, हर्षित राणा, आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा ने पहले कभी ऑस्ट्रेलिया में सीनियर टेस्ट मैच नहीं खेला है |