भारत और पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी में एक रोमांचक मुकाबला खेला गया, जिसमें भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने एक अनचाहा रिकॉर्ड बना दिया। रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम के लिए यह मैच शुरुआत में ही कुछ असमान रहा। शमी ने पहले ओवर में पांच वाइड गेंदें डालीं और 11 गेंदों में अपना छह गेंदों का ओवर पूरा किया। इस ओवर के साथ शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय गेंदबाजों द्वारा डाला गया सबसे लंबा ओवर रिकॉर्ड किया।
2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल की याद दिलाई
दिलचस्प बात यह है कि शमी का यह नौ गेंदों वाला ओवर, जसप्रीत बुमराह के उस नौ गेंदों के ओवर को पीछे छोड़ने के बाद आया है, जो उन्होंने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ डाला था। भारत वह मैच 180 रनों से हार गया था, जिससे उनका दूसरा चैंपियंस ट्रॉफी टाइटल जीतने का सपना टूट गया था।
शमी के लिए कठिन शुरुआत
शमी ने पहले ओवर में पांच वाइड गेंदों के साथ सबसे अधिक वाइड डाले, जो चैंपियंस ट्रॉफी के किसी भी उद्घाटन ओवर में सबसे ज्यादा हैं। हालांकि, जिम्बाब्वे के तिनाशे पान्यांगारा के नाम चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में एक ओवर में सबसे अधिक सात वाइड गेंदें डालने का रिकॉर्ड है।
शमी को मैच के दौरान टीम के फिजियो द्वारा उपचार दिया गया और बाद में वह थोड़ी देर के लिए मैदान से बाहर गए, लेकिन बाद में उन्होंने वापसी की। भारत के लिए यह मैच चुनौतीपूर्ण था क्योंकि शमी और हर्षित राणा दोनों अपने पहले स्पेल में कोई विकेट नहीं ले सके। हालांकि, हार्दिक पांड्या ने 9वें ओवर में बाबर आजम को आउट करके भारत को पहला विकेट दिलवाया। बाबर ने 23 गेंदों में 5 चौकों के साथ 23 रन बनाए।
पहले मैच में शमी का शानदार प्रदर्शन
भारत के पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ शमी ने 53 रन देकर 5 विकेट लिए थे, जबकि शुभमन गिल की नाबाद 101 रनों की पारी के दम पर भारत ने आराम से छह विकेट से जीत हासिल की थी।
इससे पहले पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। पाकिस्तान के लिए यह मुकाबला काफी अहम था, क्योंकि टूर्नामेंट के पहले मैच में न्यूज़ीलैंड से 60 रन से हारने के बाद उनकी सेमीफाइनल में पहुँचने की उम्मीदें बची हुई थीं।