19 फरवरी से पाकिस्तान की मेज़बानी में शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम अपने पहले मुकाबले के लिए तैयार है। इस टूर्नामेंट में 50 ओवरों का खेल होने वाला है, और इसी फॉर्मेट में भारत के एक होनहार खिलाड़ी ने पिछले 6 सालों से बल्ले से तूफान मचा रखा है। यह खिलाड़ी है देवदत्त पडिक्कल। हम जानते हैं कि देवदत्त का घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड शानदार है, लेकिन फिर भी उन्हें अब तक भारतीय वनडे टीम में डेब्यू का मौका नहीं मिला है। आइए जानते हैं देवदत्त पडिक्कल के बारे में और उनका सफर क्या रहा है।
पडिक्कल का अद्वितीय रिकॉर्ड
देवदत्त पडिक्कल ने लिस्ट ए क्रिकेट में अपनी 31 पारियों में 83.33 की औसत से 2000 से ज्यादा रन बनाए हैं। इसमें 9 शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं। साल 2020-21 के विजय हजारे ट्रॉफी सीजन में उन्होंने लगातार चार शतक मारे थे, और लिस्ट ए में ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। इसके अलावा, 99 टी20 मैचों में उन्होंने 31 की औसत और 131 के स्ट्राइक रेट से 2806 रन बनाए हैं।
घरेलू क्रिकेट में निरंतर सफलता
देवदत्त ने घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक के लिए 41 फर्स्ट क्लास मैचों में 4664 रन बनाए हैं, जिनमें 6 शतक और 17 अर्धशतक भी शामिल हैं। उनका प्रदर्शन हर फॉर्मेट में जबरदस्त रहा है। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल में कर्नाटक को फाइनल में पहुंचाने के लिए 86 रनों की शानदार पारी खेली।