
भारत का टेस्ट सफर हुआ खत्म
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए पांचवें टेस्ट में जसप्रीत बुमराह की अगुवाई वाली भारतीय टीम को पैट कमिंस की कप्तानी में खेल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 6 विकेट से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया। यह जीत ऑस्ट्रेलिया को लगभग एक दशक बाद मिली। सीरीज 3-1 से गंवाने के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली के प्रदर्शन पर सवाल उठे हैं। दोनों सीनियर खिलाड़ियों के टेस्ट भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हैं।
गौतम गंभीर का बयान
पूर्व भारतीय ओपनर और मौजूदा कोच गौतम गंभीर ने मैच के बाद इन सवालों पर अपनी राय दी। गंभीर ने कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली अब भी टेस्ट क्रिकेट में सफल होने की भूख रखते हैं और टीम के हित में अपने भविष्य का फैसला खुद लेंगे।
गंभीर ने पोस्ट-मैच मीडिया से बातचीत में कहा, “ये दोनों मानसिक रूप से बहुत मजबूत खिलाड़ी हैं और टीम इंडिया के लिए जो सही होगा, वही फैसला लेंगे। ड्रेसिंग रूम का माहौल सकारात्मक बनाए रखना मेरा फर्ज है, और इसके लिए मुझे ईमानदारी और निष्पक्षता दिखानी होगी। रोहित ने ओपनिंग में जिम्मेदारी दिखाई है।”
हालांकि, गंभीर ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में ईमानदारी और कमिटमेंट दिखाता है, तो उसे घरेलू क्रिकेट खेलने का भी मन बनाना चाहिए। उन्होंने यह बयान उन सीनियर खिलाड़ियों के लिए दिया जो रणजी ट्रॉफी का हिस्सा नहीं बनते।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से चूकी भारत
भारत के लिए यह पहला मौका है जब वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में नहीं पहुंच सका। 2021 और 2023 में फाइनल तक पहुंचने के बाद, इस बार टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। जनवरी 5 को सिडनी में खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट में 6 विकेट से हार के साथ भारत का सफर खत्म हो गया।
इस हार के साथ भारत का 2023-25 WTC चक्र भी खत्म हुआ। इस दौरान भारत ने 19 टेस्ट खेले, जिसमें 9 जीते, 8 हारे और 2 ड्रॉ रहे। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज जीतकर अपने दस साल के सूखे को खत्म किया और WTC फाइनल के लिए क्वालिफाई किया।
गंभीर का बयान अब आने वाले समय में टीम इंडिया में होने वाले बदलावों और सीनियर खिलाड़ियों के टेस्ट करियर पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है।