
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की युवा बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने सीनियर विमेंस वनडे ट्रॉफी में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए अपनी फॉर्म में जोरदार वापसी की है। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज में टीम से बाहर होने के बाद शेफाली ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से चयनकर्ताओं को करारा जवाब दिया।
बंगाल के खिलाफ 197 रनों की विस्फोटक पारी
हरियाणा की कप्तान शेफाली वर्मा ने बंगाल के खिलाफ निरंजन शाह स्टेडियम, राजकोट में खेलते हुए 197 रनों की जबरदस्त पारी खेली। अपनी इस पारी में उन्होंने 22 चौके और 11 छक्के लगाए। शेफाली ने 389 के विशाल स्कोर तक अपनी टीम को पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, वह मात्र तीन रनों से अपना दोहरा शतक पूरा नहीं कर पाईं। बंगाल की गेंदबाज मीता पॉल ने सुष्मिता गांगुली के हाथों उनका कैच कराकर उनकी पारी का अंत किया।
दोहरा शतक बनाने से चूकीं
अगर शेफाली यह शतक बना लेतीं, तो वह इस साल लिस्ट-ए क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाली भारत की तीसरी महिला खिलाड़ी बन जातीं। इसके बावजूद उनकी इस पारी ने दिखा दिया कि वह अभी भी शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
खराब फॉर्म के कारण हुईं थीं टीम से बाहर
शेफाली को हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज से बाहर कर दिया गया था। इसका मुख्य कारण उनका लगातार खराब प्रदर्शन था। न्यूजीलैंड के खिलाफ अक्टूबर में खेली गई वनडे सीरीज में उन्होंने तीन मैचों में केवल 56 रन बनाए थे। इसके अलावा, टी20 वर्ल्ड कप में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
चयनकर्ताओं को दिया करारा जवाब
टीम से बाहर होने के बाद यह पारी शेफाली वर्मा के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाली साबित हो सकती है। उनका आक्रामक खेल किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को तोड़ने की क्षमता रखता है। ऐसे बल्लेबाजों को लय में लौटने के लिए सिर्फ एक बड़ी पारी की जरूरत होती है, और यह पारी उसी दिशा में एक बड़ा कदम हो सकती है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि शेफाली का यह प्रदर्शन उन्हें भारतीय टीम में वापसी करने में कितनी मदद करता है। उनकी इस पारी ने न सिर्फ चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा है, बल्कि टीम में उनकी उपयोगिता भी साबित कर दी है।