comscore

‘बहुत हो गया अब शुभमन को बाहर करो’ पूर्व क्रिकेटर ने दी गौतम गंभीर को सलाह

By Rahul Singh Karki

Published on:

Mohammad Kaif on Shubman Gill

Mohammad Kaif on Shubman Gill: साउथ अफ्रीका के खिलाफ चल रही टी20 सीरीज में शुभमन गिल का बल्ला अब तक पूरी तरह खामोश रहा है। शुरुआती तीन मुकाबलों में गिल सिर्फ 4, 0 और 28 रन ही बना सके हैं, जबकि उनकी मौजूदगी के चलते संजू सैमसन को लगातार बाहर बैठना पड़ रहा है। चौथे टी20 से पहले इस मुद्दे पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने खुलकर अपनी राय रखी है और टीम मैनेजमेंट को बदलाव करने के संकेत दिए है।

Mohammad Kaif on Shubman Gill: मोहम्मद कैफ ने दी सलाह

Mohammad Kaif on Shubman Gill
Mohammad Kaif on Shubman Gill

मोहम्मद कैफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि अब समय आ गया है जब बाकी बचे मुकाबलों में शुभमन गिल की जगह किसी और खिलाड़ी को आजमाया जाए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि “ड्रॉप” जैसे शब्द से बचते हुए इसे ब्रेक या प्रयोग का नाम दिया जा सकता है, लेकिन अगले दो मैचों में बदलाव जरूरी है।

Mohammad Kaif on Shubman Gill
Mohammad Kaif on Shubman Gill

संजू सैमसन का नाम लेते हुए कैफ ने सवाल उठाया कि जब गिल को लंबे समय तक मौके दिए गए हैं, तो फिर सैमसन को क्यों नहीं? उनका कहना था कि कोई भी खिलाड़ी सोच सकता है कि एक को लगातार मौके मिल रहे हैं, जबकि दूसरे को 2-3 खराब पारियों के बाद ही बाहर कर दिया जाता है।

शुभमन को मिल चुके हैं काफी मौके

Mohammad Kaif on Shubman Gill
Mohammad Kaif on Shubman Gill

कैफ के मुताबिक, कुछ खिलाड़ियों को एक्स फैक्टर मानकर थोड़ा ज्यादा धैर्य दिया जा सकता है, लेकिन शुभमन गिल को अब तक काफी मौके मिल चुके हैं। ऐसे में टीम को आगे की सोच के साथ फैसला लेना होगा। भारत इस समय पांच मैचों की टी20 सीरीज में 2-1 से आगे है और अभी दो मुकाबले बाकी हैं। अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले भारत के पास ज्यादा मैच भी नहीं हैं, ऐसे में सही कॉम्बिनेशन तलाशना टीम मैनेजमेंट के लिए बेहद जरूरी हो गया है।

आपको बता दें कि पिछले 15 टी20I इनिंग में गिल के बल्ले से 24.25 के औसत और 137.26 के स्ट्राइक रेट से महज 291 रन निकले हैं। ऐसे में अब उन्हें प्लेइंग XI से बाहर करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है।

Also Read: आतंकी हमले के बाद बढ़ाई गई तीसरे एशेज की सुरक्षा, खिलाड़ियों को फॉलो करने होंगे सख्त प्रोटोकॉल?