
गाबा में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल ने शानदार 84 रन की पारी खेली। इस मैच में भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, शुभमन गिल और ऋषभ पंत सस्ते में आउट हो गए, लेकिन राहुल ने अपनी बल्लेबाजी से टीम को संभालने का काम किया।
मैच के चौथे दिन केएल राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बल्लेबाजी की रणनीति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि शुरुआती 20-30 ओवर में गेंदबाजों को सम्मान देना जरूरी है और गेंदों को छोड़ते हुए कसी हुई बल्लेबाजी करनी चाहिए। इसके बाद जब गेंद पुरानी हो जाती है, तब आक्रमण करने का समय आता है।
राहुल ने कहा, “हमें तेज और उछाल भरी पिचों पर खेलने से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन शुरुआती 20-30 ओवरों में गेंदबाजों को सम्मान देना होता है। गेंद छोड़कर कसी हुई बल्लेबाजी करो और फिर जब गेंद पुरानी हो जाए तो उस पर आक्रमण करो। यही मेरी टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी की योजना है।”
गाबा टेस्ट में राहुल सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरे और अपनी शानदार पारी से भारतीय टीम के लिए एक अहम योगदान दिया। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की इस सीरीज में राहुल भारतीय टीम के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शामिल हैं। उन्होंने अब तक 5 पारियों में 231 रन बनाए हैं। भारत ने पहला टेस्ट 295 रनों से जीता था जबकि दूसरा मैच 10 विकेट से हार गया था। तीसरे टेस्ट में फिलहाल ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी है।
KL Rahul दिलचस्प बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रैविस हेड भी यही रणनीति अपनाते नजर आ रहे हैं। वे 30 ओवरों के बाद बल्लेबाजी के लिए आते हैं और बड़े रन बनाते हैं।
राहुल की पारी के बाद, भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भी 77 रन बनाए। वहीं, जसप्रीत बुमराह और आकाश दीप ने भी उपयोगी साझेदारी की, जिससे भारत फॉलोऑन से बच सका।
राहुल ने यह भी बताया कि जब बुमराह और आकाश दीप बल्लेबाजी कर रहे थे, तब वह दोबारा बल्लेबाजी के लिए तैयार होने की सोच रहे थे। उन्होंने कहा, “जब आकाश दीप और बुमराह बल्लेबाजी कर रहे थे, तब मैं सोच रहा था कि शायद हमें फॉलोऑन के लिए फिर से बल्लेबाजी करनी पड़ सकती है। लेकिन अच्छा लगा कि हमारे गेंदबाजों ने भी योगदान दिया।”