
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर और कमेंटेटर ईसा गुहा ने भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को “प्राइमेट” (एक वर्ग जिसमें बंदर और अन्य स्तनपायी शामिल हैं) कहने पर माफी मांगी है। ईसा ने इस शब्द के इस्तेमाल को गलत चयन बताते हुए खेद व्यक्त किया और इसे पूरी तरह अनजाने में हुई गलती करार दिया।
‘बुमराह एमवीपी हैं’
यह विवाद तब शुरू हुआ जब ब्रेट ली ने बुमराह की शानदार गेंदबाजी की तारीफ की और ईसा ने जवाब में कहा, “खैर, वह एमवीपी (मॉस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट) हैं। वह भारत के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं, और यही वजह है कि इस टेस्ट से पहले उनके फिटनेस की इतनी चर्चा हो रही थी।” बुमराह ने दूसरे दिन दोनों ऑस्ट्रेलियाई ओपनर्स को पवेलियन भेज टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया था।
माफी मांगकर विवाद को सुलझाया
इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर ईसा गुहा को आलोचना का सामना करना पड़ा। विवाद बढ़ता देख उन्होंने तीसरे दिन की शुरुआत में लाइव कमेंट्री के दौरान माफी मांगी। उन्होंने कहा, “कल मैंने एक ऐसा शब्द इस्तेमाल किया, जिसे अलग-अलग तरीके से समझा जा सकता है। मेरा उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था। अगर मेरे शब्दों से किसी को बुरा लगा हो, तो मैं माफी चाहती हूं।”
गलतफहमी पर दी सफाई
ईसा ने आगे स्पष्ट किया कि वह बुमराह को बेहद सम्मानित खिलाड़ी मानती हैं और उनकी तारीफ ही कर रही थीं। उन्होंने कहा, “मैंने यह शब्द उनकी उपलब्धि को उजागर करने के लिए इस्तेमाल किया, लेकिन यह गलत साबित हुआ। मैं समानता और खेल में समावेशन की पक्षधर हूं और किसी भी तरह का अनादर मेरे लिए अस्वीकार्य है।”
रवि शास्त्री ने की ईसा के साहस की तारीफ
ईसा की माफी पर उनके साथ कमेंट्री कर रहे पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “लाइव टीवी पर माफी मांगना साहसिक कदम है। आपने ईमानदारी से इसे स्वीकार किया, मेरे लिए यह मामला खत्म हो गया।”
ईसा की माफी और रवि शास्त्री की सराहना ने इस विवाद को शांत करने में अहम भूमिका निभाई।