Ravi Shastri : इस बार एशिया कप काफी विवादित रहा। भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया, लेकिन ट्रॉफी नहीं मिली। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारत ने PCB Chief और ACCअध्यक्ष मोहसिन नक़वी से ट्रॉफी लेने से मना कर दिया। भारत की जीत के बाद भी, विजेताओं ने बिना ट्रॉफी के ही जश्न मनाया।
समारोह देर से शुरू हुआ और केवल व्यक्तिगत प्रदर्शनकर्ताओं को सम्मान मिला। नक़वी मंच पर खड़े रहे, लेकिन भारत ने ट्रॉफी लेने से इंकार कर दिया। ऐसा शायद पहली बार हुआ कि क्रिकेट के फाइनल में विजेता टीम को ट्रॉफी नहीं दी गई।
Trophy विवाद पर क्या बोले Ravi Shastri
पूर्व भारत कोच Ravi Shastri ने इस Incident पर दिल खोल कर आलोचना की उन्होंने कहा ‘The game was worthy of a final and then you hang around for 45 minutes still not knowing what’s happening. I mean, it’s ridiculous’
India ने किया शानदार Comeback
पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए अच्छी शुरुआत की। साहिबजादा फरहान ने 57 रन की पारी खेली और फखर ज़मान के साथ उनका 84 रन का साझेदारी बनी। लेकिन जैसे ही वरुण चक्रवर्ती ने फरहान को चलता किया, पारी लड़खड़ा गई। कुछ आवेगी शॉट्स और भारत की सटीक गेंदबाज़ी ने पाकिस्तान को वापसी नहीं करने दी।
भारत की पारी की शुरुआत अच्छी नहीं हुई। निर्धारित 147 रन के लक्ष्य के जवाब में टीम 20/3 पर पहुंच गई थी। अभिषेक शर्मा, सुर्यकुमार यादव और शुभमन गिल जल्दी आउट हो गए। लेकिन टिलक वर्मा ने अपना दबदबा बनाया। उन्होंने नाबाद 69 रन की पारी खेली, जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल थे।
Tilak Varma ने संजू सैमसन (24) के साथ 57 रन की साझेदारी निभाई। इसके बाद शिवम दूबे (33) ने वर्मा के साथ 60 रन जोड़कर जीत की राह आसान की। दूबे ने एक बड़ा छक्का लगाया और कई सीमित शॉट्स खेले। हालांकि वे अशरफ की गेंद पर आउट हो गए, लेकिन तब तक मैच भारत की ओर झुक चुका था।
जब पुछा गया रेट डबल डिजिट हो गया था, तब वर्मा ने संयम नहीं छोड़ा। 18वें ओवर में उन्होंने हरीस रऊफ पर एक शानदार छक्का मारा। अंत में रिंकू सिंह ने अपना पहला ही गेंद पर एक चौका लगाकर मैच को खत्म किया।
राजनीतिक बयान और प्रतिक्रिया
इस जीत पर लोगों की प्रतिक्रिया भले उत्साह से भरी रही, लेकिन ट्रॉफी विवाद सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। गृह मंत्री अमित शाह ने टीम की तारीफ़ करते हुए कहा ‘A phenomenal victory. The fierce energy of our boys blew up the rivals again. Bharat is destined to win no matter which field’
इस बयान में वे हाल की भारत‑पाक युद्ध जैसी घटना का ज़िक्र भी ले आए, जिसमें भारत ने आतंक अधोसंरचना को नष्ट करने की कार्रवाई की थी। ये बयान और ट्रॉफी विवाद मिलकर इस टूर्नामेंट को सिर्फ खेल का नहीं, बल्कि राजनीति और भावनाओं का भी मामला बना दिया।