
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेले गए चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 184 रनों से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बढ़त बना ली। मैच के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मीडीया से बातचीत में ऋषभ पंत के खेलने के तरीके को लेकर अपनी राय साझा की।
पंत को टीम की उम्मीदें समझने की जरूरत
रोहित ने कहा, “पंत को खुद यह समझने की जरूरत है कि टीम उनसे क्या चाहती है। दूसरों के समझाने से ज्यादा जरूरी है कि वह खुद इन चीजों को समझें।” यह बयान तब आया जब पंत ने चौथे विकेट के लिए यशस्वी जायसवाल के साथ 88 रनों की अहम साझेदारी की, लेकिन पार्ट-टाइम गेंदबाज ट्रैविस हेड की गेंद पर बड़ा शॉट खेलते हुए कैच आउट हो गए।
भारत की पारी की शुरुआत खराब रही थी, और टीम का स्कोर 33 पर 3 हो गया था। पंत और जायसवाल की साझेदारी ने भारत की उम्मीदों को जिंदा रखा, लेकिन पंत के आउट होते ही भारतीय बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। ऑस्ट्रेलिया ने इसका फायदा उठाते हुए मैच पर पूरी तरह से पकड़ बना ली।
कप्तान के तौर पर मुश्किल होता है फैसला
रोहित ने पंत के खेलने के अंदाज पर आगे कहा, “एक कप्तान के तौर पर, यह कहना मुश्किल होता है कि उन्हें क्या करना चाहिए। क्योंकि जो चीजें वह करते हैं, उनसे उन्हें सफलता भी मिलती है। लेकिन, यह स्थिति पर निर्भर करता है। क्या उस समय जोखिम लेना जरूरी था? क्या वह विपक्षी टीम को वापसी का मौका देना चाहेंगे? यह सब कुछ उन्हें खुद समझना होगा।”
पंत को लेकर रोहित का भरोसा
रोहित ने यह भी स्पष्ट किया कि पंत का खेल टीम के लिए कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “मैं उन्हें काफी लंबे समय से जानता हूं। हमने पहले भी इस पर चर्चा की है। इसमें कोई शक नहीं है कि वह टीम की उम्मीदों को समझते हैं। लेकिन, यह एक बारीक अंतर की बात है कि उन्हें उन चीजों को करने से रोका जाए या उन्हें करने दिया जाए।”
आगे की चुनौती
भारत अब सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 3 जनवरी से होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट की तैयारी करेगा। टीम के लिए यह मैच जीतना बेहद जरूरी है, और पंत का प्रदर्शन इसमें अहम भूमिका निभा सकता है।