"भारत की ओवल जीत के बाद Gautam Gambhir की 'Surrender' पोस्ट ने सबका ध्यान खींचा"

ओवल टेस्ट में रोमांचक जीत के साथ भारत ने इंग्लैंड से सीरीज़ 2-2 से की ड्रॉ
Gautam Gambhir
Gautam Gambhir Image Source: Social Media
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गौतम गंभीर, जो इस समय भारतीय क्रिकेट टीम के कोच हैं, उन्होंने अपनी टीम की जमकर तारीफ़ की। इंग्लैंड में खेली जा रही Anderson-Tendulkar Trophy में भारत ने आखिरी टेस्ट में शानदार जीत हासिल की और पूरी सीरीज़ को 2-2 से बराबर कर दिया। इस मुकाबले में भारत के पास ज़्यादा कुछ नहीं बचा था, उन्हें सिर्फ 35 रन बचाने थे और इंग्लैंड के पास चार विकेट बाकी थे। हालात टीम इंडिया के खिलाफ थे और मौसम भी ज्यादा मदद नहीं कर रहा था।

ओवल मैदान पर जब खेल शुरू हुआ तो पहली दो गेंदों पर ही इंग्लैंड ने दो चौके लगा दिए। ऐसा लग रहा था कि भारत की हार तय है और इंग्लैंड मैच और सीरीज़ दोनों जीत जाएगा। लेकिन तभी मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने एकदम सटीक और दबाव वाली गेंदबाज़ी की। दोनों ने मिलकर गेम का रुख पलट दिया। आखिरी में सिराज ने एक शानदार यॉर्कर फेंककर इंग्लैंड के बल्लेबाज़ गस एटकिन्सन को बोल्ड कर दिया। भारत ने ये मैच छह रनों से जीत लिया और सीरीज़ ड्रॉ करा दी।

मैच के बाद गंभीर मैदान में आकर कप्तान शुभमन गिल को गले लगा रहे थे। उनका चेहरा साफ बता रहा था कि इस जीत का मतलब उनके लिए कितना बड़ा है। उन्होंने बाद में सोशल मीडिया पर भी यही बात दोहराई और लिखा कि हम कभी हार नहीं मानेंगे। चाहे जीत हो या हार, हमारी टीम हमेशा डटी रहेगी।

अगर हम इस सीरीज़ से पहले भारत के प्रदर्शन को देखें तो वो बहुत अच्छा नहीं रहा था। पिछले साल अक्टूबर में भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ खेली थी, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा। फिर ऑस्ट्रेलिया में भी भारत 3-1 से हार गया। कुल मिलाकर भारत अपने पिछले आठ टेस्ट में से छह हार चुका था। ऐसे में इंग्लैंड दौरे पर पांच मैचों की लंबी सीरीज़ टीम और कोच दोनों के लिए बड़ी चुनौती थी।

इस सीरीज़ की शुरुआत भी भारत के लिए अच्छी नहीं रही थी। हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में भारत को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बाद टीम ने हार मानने से इनकार कर दिया। एजबेस्टन में भारत ने जोरदार वापसी की और 336 रन से मैच जीत लिया। फिर लॉर्ड्स में भी टीम ने आखिरी तक संघर्ष किया, लेकिन वहां 22 रन से हार मिली। मैनचेस्टर में भारत ने फिर से डटकर मुकाबला किया और मैच को ड्रॉ करा लिया। फिर आखिरी टेस्ट में, जो लंदन के ओवल मैदान पर हुआ, टीम इंडिया ने एक ऐसी जीत हासिल की जिसे कोई आसानी से नहीं भूल पाएगा।

गंभीर के लिए ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं थी, बल्कि उनके कोचिंग करियर की बहुत बड़ी राहत थी। जब से उन्होंने टीम की जिम्मेदारी ली थी, तब से लगातार हारें ही मिल रही थीं। ऐसे में ये जीत उनके लिए बहुत मायने रखती है। टीम के पूर्व कोच संजय बांगड़ ने भी इस जीत की अहमियत को समझा और कहा कि ये सिर्फ टीम के लिए नहीं, बल्कि गंभीर के लिए भी बहुत खास है। उन्होंने कहा कि गंभीर ने कभी हिम्मत नहीं हारी और अपनी सोच पर कायम रहे। यही वजह रही कि टीम ने भी उनका साथ नहीं छोड़ा।

इस पूरी सीरीज़ से एक बात साफ हो गई कि भारतीय टीम में जज़्बा है, जिद है और हार न मानने की आदत है। चाहे हालात जैसे भी हों, चाहे मैदान इंग्लैंड का हो या विरोधी टीम मजबूत हो, अगर इरादा पक्का हो तो जीत नामुमकिन नहीं होती। गंभीर और उनकी टीम ने ये बात एक बार फिर साबित कर दी।

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