Cricketer turned umpire2025: 17 साल पहले, जब भारत का Under-19 क्रिकेट टीम Kuala Lumpur में WC जीतकर देश का दिल जीत गई थी, तब Virat Kohli के साथ दो युवा खिलाड़ी साथ थे Tanmay Srivastava और Ajitesh Argal। उस वक्त वे Kohli के भरोसेमंद साथी थे। Argal ने फाइनल मुकाबले में South Africa के खिलाफ player of the final बने थे, जबकि श्रीवास्तव ने पूरे टूर्नामेंट में 262 रन बनाए थे।
अब 35 वर्ष के Tanmay Srivastava 37 वर्ष के Ajitesh Argal, आज उसी मैदान पर एक अंतरराष्ट्रीय मुकाबले की अंदाज़ में फिर से मिल गए हैं लेकिन इस बार खिलाड़ी नहीं, मैदान के नियमों के रक्षक यानी ऑन-फील्ड अंपायर के रूप में।
Cricketer turned umpire2025: कैसा था दोनों खिलाड़ियों का सफर ?
इस वक़्त विराट कोहली क्रिकेट के मैदान पर बने हुए हैं, क्योंकी वो इस वक़्त भारत के लिए ODI Cricket खेलते हैं और बाकी दोनों प्रारूपों से संन्यास ले चुके हैं लेकिन इस वक़्त उनको निगाहें भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज पर है । इसी बीच, उनके अंडर‑19 टीम के साथी अर्गल और श्रीवास्तव कानपुर में भारत ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच तीनों मैचों में अंपायर की भूमिका निभा रहे हैं।
श्रीवास्तव ने पिछली आईपीएल सीज़न में भी अंपायरिंग की है। इसके पहले वे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए टैलेंट स्काउट के रूप में भी काम कर चुके हैं। दोनों ने 2023 में बीसीसीआई की अंपायरिंग Exam पास की। तब से वे रणजी ट्रॉफी, विजय हज़ारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में अंपायरिंग कर चुके हैं। इस ऑस्ट्रेलिया ए सीरीज को अब तक का उनका सबसे बड़ा काम माना जा रहा है।
अगर हम उनके क्रिकेट करियर की तुलना करें, तो अर्गल की वरिष्ठ स्तर की करियर खास नहीं रही वे केवल 10 प्रथम श्रेणी मैच ही खेल पाए। वहीं श्रीवास्तव ने लगभग एक दशक तक उत्तर प्रदेश की मैन टीम का हिस्सा बने रहने के बाद 90 प्रथम श्रेणी मुकाबले खेले पर कभी उस मुकाम तक नहीं पहुंचे जहाँ उन्हें भारत टीम में स्थान मिले।
Cricketer turned umpire2025: क्या है दोनों खिलाड़ियों की आगे की राह
घरेलू अंपायरों का स्तर अब तक कई सवालों के घेरे में रहा है। पिछले कुछ सालों में केवल नितिन मेनन ही ऐसे अंपायर रहे हैं जो ICC के एलीट पैनल का हिस्सा बन पाए हैं।
अभी ये शुरुआत ही होगी; अर्गल और श्रीवास्तव दोनों चाहते हैं कि वे लगातार बेहतर काम करें और भरोसा बनाएं। पहला लक्ष्य होगा ICC Emirates Panel तक पहुँचने का, और फिर Elite Panel तक जाना।
इस तरह, वे दो क्रिकेट खिलाड़ी जो कभी विराट कोहली की टीम का हिस्सा थे, आज मैदान पर नियमों की रक्षक बनकर एक नई भूमिका निभा रहे हैं। समय के साथ अगर ये सफर फलदायक बने, तो ये कहानी एक प्रेरणा बन सकती है यह दिखाती है कि क्रिकेट में योगदान सिर्फ बल्ले या गेंद से नहीं, बल्कि निष्पक्ष न्याय और नियम पालन से भी हो सकता है।
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