
भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने बहुत ही कम उम्र में क्रिकेट की दुनिया में बड़ा नाम कमाया है। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी शानदार बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया है। लेकिन इस सफलता के पीछे उनकी मेहनत, संघर्ष और सही फैसलों की बड़ी भूमिका रही है। यशस्वी जायसवाल ने घरेलू क्रिकेट में मुंबई की टीम से खेलते हुए अपना नाम बनाया। उन्होंने 2019 में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया और तब से लेकर अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 43 मैचों में 66.58 की औसत से 4233 रन बनाए हैं, जिसमें 15 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। उनका बेस्ट स्कोर 265 रन है।
हाल ही में खबर आई थी कि यशस्वी जायसवाल अब मुंबई छोड़कर गोवा की ओर से खेलने का मन बना चुके थे। उन्हें मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) से अनौपचारिक अनुमति (NOC) भी मिल चुकी थी। लेकिन तभी एक ऐसा मोड़ आया जिसने उनका फैसला बदल दिया। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अजिंक्य नाइक के मुताबिक, रोहित शर्मा ने खुद यशस्वी से बात की और उन्हें समझाया कि इस स्टेज पर मुंबई छोड़ना उनके करियर के लिए सही नहीं होगा। रोहित ने कहा कि मुंबई जैसी टीम से खेलना सम्मान की बात है, जिसने 42 बार रणजी ट्रॉफी जीती है। उन्होंने ये भी कहा कि यशस्वी को यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्हें मौका मुंबई क्रिकेट ने ही दिया और उसी की बदौलत वो आज टीम इंडिया का हिस्सा हैं। यशस्वी ने रोहित की बात मानी और गोवा जाने का फैसला वापस ले लिया। यह कदम दिखाता है कि वह अपने सीनियर खिलाड़ियों की बातों को मानते हैं और अपनी जड़ों का सम्मान करते हैं।
यशस्वी ने भारत की ओर से अब तक 24 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 50.20 की औसत से 2209 रन बनाए हैं। उन्होंने 6 शतक और 12 अर्धशतक लगाए हैं। उनका बेस्ट स्कोर 214 नॉटआउट है। वनडे में उन्होंने अभी तक सिर्फ एक मैच खेला है। टी20 में यशस्वी ने 23 मुकाबलों में 723 रन बनाए हैं और उनका बेस्ट स्कोर 100 रन है।