World Cup 2025: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा टी20 मैच जीतने के बाद, Indian Mens Cricket Team के खिलाड़ी एक अलग ही जोश में नजर आए। रविवार की शाम Hobart में मिली जीत के बाद खिलाड़ी एक साथ टीवी स्क्रीन के सामने बैठे हुए दिखे लेकिन इस बार मुकाबला उनका नहीं था। वे महिला क्रिकेट विश्व कप फाइनल में India और South Africa की भिड़ंत देख रहे थे और पूरी तरह “Women in blue” को चीयर कर रहे थे।
BCCI ने इस खास पल की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की, जिसमें मुख्य कोच Gautam Gambhir , फील्डिंग कोच T. Dilip, Rinku Singh, Jasprit Bumrah और बाकी स्टाफ सदस्य मैच देख रहे थे। तस्वीर के साथ लिखा गया कैप्शन था -“Backing the #WomenInBlue”, यानी “महिला टीम के साथ मजबूती से खड़े हैं।”
बारिश के चलते फाइनल मैच की शुरुआत में करीब दो घंटे की देरी हुई, जिससे टॉस भी देर से हुआ। दोनों टीमें अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी जीतने के इरादे से उतरीं। टॉस जीतकर South Africa ने भारत को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया।
World Cup 2025: पावरप्ले में दिखी भारत की दमदार शुरुआत
मैदान में उतरी भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत की। ओपनर Shafali Verma और Smriti Mandhana ने शुरुआती 10 ओवर में 64 रन जोड़कर बेहतरीन पावरप्ले खेला। दोनों की जोड़ी ने 104 रनों की मजबूत साझेदारी की, जिसने भारत को बढ़त दिलाई। लेकिन क्लो ट्रायॉन ने Smriti Mandhana को आउट कर South Africa को पहली सफलता दिलाई।
Shafali Verma के लिए यह मैच खास था। उन्होंने सेमीफाइनल से पहले टीम में वापसी की थी, पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले नॉकआउट मैच में बड़ी पारी नहीं खेल पाई थीं। इस बार उन्होंने बेझिझक बल्लेबाजी करते हुए आलोचकों को जवाब दिया। उनके हर शॉट में आत्मविश्वास झलक रहा था।
World Cup 2025: अर्धशतक से बढ़ा मनोबल
Shafali Verma ने 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने 49 गेंदों में यह मील का पत्थर छुआ। दूसरी ओर, जेमिमा रोड्रिग्स ने भी शांत स्वभाव से रन बनाते हुए साझेदारी को आगे बढ़ाया। दोनों के बीच समझदारी भरा तालमेल दिखा और भारत का स्कोर आधी पारी के बाद 151/1 तक पहुंच गया।
यह वही जेमिमा हैं जिन्होंने सेमीफाइनल में शतक जमाकर और हरमनप्रीत कौर की 89 रन की पारी के साथ टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दिलाई थी। उस जीत ने भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया था, जो फाइनल में उनके खेल में साफ झलक रहा था।
भारतीय बल्लेबाजों ने फाइनल में न केवल रन बनाए बल्कि अपनी संयमित बल्लेबाजी से विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव भी बनाया। मैदान पर हर चौके-छक्के के साथ दर्शक और भारतीय पुरुष टीम दोनों की खुशियां दोगुनी हो रही थीं।
इस फाइनल में सिर्फ एक मुकाबला नहीं चल रहा था, बल्कि एक भावना दिख रही थी भारतीय क्रिकेट की एकजुटता। पुरुष टीम का महिला टीम के लिए उत्साह, और महिला खिलाड़ियों का मैदान पर जोश दोनों ने देशभर के क्रिकेट प्रशंसकों का दिल जीत लिया।
महिलाओं की यह मजबूत शुरुआत और पुरुष टीम का समर्थन इस बात का सबूत है कि भारतीय क्रिकेट सिर्फ जीत के लिए नहीं, बल्कि एक-दूसरे की प्रेरणा और सम्मान के लिए भी खड़ा है।
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