
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) का बहुप्रतीक्षित सेमीफाइनल एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। इस ऐतिहासिक मुकाबले से ठीक एक दिन पहले जब मैदान पर क्रिकेट की जंग होनी थी, तब मैदान के बाहर विवादों का तूफान खड़ा हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय चैंपियंस टीम के खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल खेलने से साफ इनकार कर दिया है। खिलाड़ियों ने एक बार फिर अपने पुराने स्टैंड को दोहराया है कि वे पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में हिस्सा नहीं लेंगे। इससे पहले लीग स्टेज में भी दोनों टीमों के बीच होने वाला मैच रद्द कर दिया गया था, और अब 31 जुलाई को होने वाले सेमीफाइनल पर भी संकट मंडरा रहा है।
इस पूरे मामले ने और तूल तब पकड़ा जब WCL के प्रमुख प्रायोजकों में से एक EaseMyTrip ने इस सेमीफाइनल से खुद को अलग कर लिया। कंपनी के सह-संस्थापक निशांत पिट्टी ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा "हम टीम इंडिया के प्रदर्शन की सराहना करते हैं। आपने देश को गौरवान्वित किया है। लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल सिर्फ एक खेल नहीं है। आतंकवाद और क्रिकेट साथ-साथ नहीं चल सकते। देश पहले, व्यवसाय बाद में – हम भारत के साथ खड़े हैं। EaseMyTrip ने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी भी ऐसे आयोजन का समर्थन नहीं कर सकते जो "आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश के साथ संबंधों को सामान्य करने" की कोशिश करता हो। कंपनी का यह स्टैंड सोशल मीडिया पर भी जमकर सराहा जा रहा है
WCL के आयोजकों के लिए यह स्थिति बेहद मुश्किल बन चुकी है। अगर भारत अपने स्टैंड पर कायम रहता है, तो टूर्नामेंट को सेमीफाइनल रद्द करना पड़ सकता है, जो आयोजन की साख और विश्वसनीयता पर गहरा प्रभाव डालेगा। दूसरी ओर पाकिस्तान चैंपियंस टीम मुकाबला खेलने को तैयार है, और टूर्नामेंट प्रशासन से जवाब की प्रतीक्षा कर रही है।