वीरू का बारूदी विस्फोट, बोले BCCI में नहीं थी कोई सेटिंग, इसलिए नहीं बन पाया कोच

By Desk Team

Published on:

नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ​एक सनसनीख़ेज़ ख़ुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि वह कोच इसलिए नहीं बन पाए क्योंकि जो भी कोच चुन रहे थे उनसे उनसे उनकी सेटिंग नहीं थी।

Source

सहवाग ने इंडिया टीवी के लोकप्रिय शो ‘क्रिकेट की बात’ में कहा- ” मैंने कभी कोच बनने के बारे में सोचा नहीं था। बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी और डॉ. श्रीधर आए मेरे पास ऑफर लेकर आए थे। उन्होंने आग्रह पर विचार करने के लिए मैंने समय लिया और फिर बाद अप्लाई किया।

Source

अनिल कुंबले के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद 38 साल के वीरेंद्र सहवाग को इस पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। हालांकि रवि शास्त्री के आवेदन के बाद उनके नाम पर मुहर लगी और उन्हें टीम इंडिया का हेड कोच नियुक्त किया गया। गौरतलब है कि पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने कप्तान विराट कोहली से विवाद के चलते इस्तीफा दे दिया था। हालांकि शास्त्री ने पहले कोच पद के लिए पहले अप्लाई नहीं किया था। लेकिन बीसीसीआई की ओर से डेडलाइन बढ़ाए जाने के बाद उन्होंने हेड कोच के लिए आवेदन किया था।

Source

वीरेंद्र सहवाग बतौर क्रिकेट एक्सपर्ट इंडिया टीवी से जुड़े हैं। सहवाग ने इंडिया टीवी के लोकप्रिय शो ‘क्रिकेट की बात’ में कहा कि उन्हें टीम इंडिया का कोच बनने में कोई दिलचस्पी नहीं थी, उन्होंने तो सिर्फ बीसीसीआई के टॉप अधिकारियों के राजी करने पर आवेदन किया था।

सहवाग ने कहा, ‘मैंने सोचा नहीं था, मेरे पास ऑफर आया था। बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी और डॉ. श्रीधर आए थे। उन्होंने रिक्वेस्ट की, मैंने अपना समय लिया फिर उसके बाद मैंने अप्लाई किया। विरोट कोहली से भी मेरी बात हुई तो वो भी ये कह रहे थे। तब जाकर मैंने अप्लाई किया। अगर मुझसे पूछें मेरा मन था, तो मेरा इंटरेस्ट बिल्कुल नहीं था।’ सहवाग के पास कोचिंग का कोई अनुभव नहीं था हालांकि उन्होंने आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटॉर के तौर पर जरूर काम किया था।

Source

टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर खिलाड़ियों में शुमार रहे वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि ‘बीसीसीआई के अधिकारी मेरे पास आए थे और मैं सिर्फ उनकी मदद करना चाहता था लेकिन आगे भविष्य में वो कभी भी टीम इंडिया के कोच पद के लिए आवेदन नहीं करेंगे।’ ‘मुझे लगा कि शायद वो रिक्वेस्ट कर रहे हैं तो मुझे उनकी मदद करनी चाहिए। तो मैंने वैसा फैसला किया, ना मैंने अप्लाई करने की सोची थी और न कभी आगे अप्लाई करूंगा।’

Source

जब सहवाग से यह सवाल किया गया कि क्यों उन्हें इस जॉब के लिए नहीं चुना गया, सहवाग ने कहा, ‘देखिए मैं कोच इसलिए नहीं बन पाया क्योंकि मेरी किसी से भी सेटिंग नहीं थी, जो भी कोच चुन रहे थे उनसे सेटिंग नहीं थी।’

Source

टीम इंडिया के लिए 104 टेस्ट मैच और 251 वनडे खेल चुके सहवाग ने कहा कि अगर उन्हें यह मालूम होता कि रवि शास्त्री भी इसके लिए अप्लाई करेंगे तो वे कभी इस पोस्ट के लिए अप्लाई करते ही नहीं। सहवाग ने कहा, ‘जब इंग्लैंड में मैंने रवि से पूछा था कि आपने क्यों अप्लाई नहीं किया, तो उन्होंने कहा मैं एक बार गलती कर चुका हूं, दोबारा नहीं करूंगा। अगर पता होता तो फिर शायद मेरी नौबत ही नहीं आती अप्लाई करने की। मैं करता ही नहीं।’