London में छाए Virat Kohli, क्या Lords टेस्ट में होगी Virat Kohli की एंट्री?

By Juhi Singh

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भारतीय क्रिकेट के सबसे चमकते सितारों में से एक, विराट कोहली इन दिनों क्रिकेट मैदान से दूर लंदन की गलियों में अपने अलग अंदाज़ में नजर आ रहे हैं। अपनी पत्नी और बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा के साथ विराट हाल ही में विंबलडन 2025 के एक हाई-प्रोफाइल मुकाबले को देखने पहुंचे, जहां उन्हें टेनिस दिग्गज नोवाक जोकोविच का समर्थन करते देखा गया। विंबलडन के सेंटर कोर्ट की चमक और वहां बैठी दुनियाभर की हस्तियों के बीच विराट-अनुष्का की मौजूदगी ने फैंस का खासा ध्यान खींचा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह स्टार कपल इस समय लंदन के सेंट जॉन्स वुड इलाके में रह रहा है, जो कि विंबलडन और लॉर्ड्स दोनों के बेहद करीब है।

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाना है। दिलचस्प बात यह है कि यह स्टेडियम विराट के अस्थायी निवास से कुछ ही दूरी पर स्थित है। ऐसे में क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि क्या विराट कोहली दर्शकों के बीच अपनी युवा भारतीय टीम को चीयर करते दिखाई देंगे? हालांकि कोहली इस सीरीज का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन उनकी उपस्थिति से टीम को मनोबल जरूर मिलेगा। मैदान के बाहर से भी विराट का साथ मिलना खिलाड़ियों और फैंस दोनों के लिए बेहद खास होगा।

विंबलडन के दौरान स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में विराट ने टेनिस को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि उनका ड्रीम फाइनल नोवाक जोकोविच और स्पेनिश सनसनी कार्लोस अलकराज के बीच होना चाहिए। कोहली ने कहा, “मैं चाहता हूं कि अलकराज और नोवाक फाइनल में भिड़ें और नोवाक खिताब जीतें, क्योंकि इस पड़ाव पर यह उनके लिए बेहद खास होगा।” विराट ने क्रिकेट और टेनिस की चुनौतियों की तुलना करते हुए दिलचस्प बातें कहीं। उन्होंने बताया कि क्रिकेट में खिलाड़ी को काफी इंतजार करना पड़ता है चाहे वो बल्लेबाजी की बारी का हो या फिर मैदान पर उतरने का। “आप सुबह वार्म-अप करते हैं और फिर ड्रेसिंग रूम में घंटों बैठे रहते हैं, यह सोचते हुए कि आप कब बल्लेबाजी करने उतरेंगे। वहीं टेनिस में, आप जानते हैं कि कब कोर्ट पर उतरना है और क्या करना है।” कोहली ने यह भी माना कि सेंटर कोर्ट पर खेलना क्रिकेट के किसी भी स्टेडियम से ज्यादा “डराने वाला” अनुभव हो सकता है। “विंबलडन में भीड़ आपके बेहद करीब होती है, हर एक नजर आपके मूवमेंट पर होती है, जिससे दबाव कहीं अधिक बढ़ जाता है।”