
क्रिकेट की दुनिया में जब कोई कमजोर मानी जाने वाली टीम किसी दिग्गज को धूल चटा दे, तो उसे सिर्फ जीत नहीं, इतिहास कहा जाता है। कुछ ऐसा ही कारनामा 19 मई की शाम शारजाह के मैदान पर हुआ, जब संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने बांग्लादेश जैसी अनुभवी टीम को दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में 2 विकेट से हराकर सनसनी मचा दी। इस जीत के साथ यूएई ने न केवल सीरीज 1-1 से बराबर की, बल्कि पांच ऐसे बड़े रिकॉर्ड बनाए, जो क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गए हैं।
1. बांग्लादेश के खिलाफ पहली T20I जीत
इस मैच से पहले बांग्लादेश और यूएई के बीच खेले गए T20I मुकाबलों में जीत का पलड़ा हमेशा बांग्लादेश की ओर झुका रहा था। लेकिन शारजाह में इतिहास बदल गया। यूएई ने बांग्लादेश को पहली बार टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में हराकर अपनी ताकत का अहसास दुनिया को कराया।
2. किसी फुल मेंबर टीम के खिलाफ सबसे बड़ा सफल चेज़
206 रन का पीछा करना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता, खासकर जब सामने फुल मेंबर टीम हो। यूएई ने बांग्लादेश के खिलाफ इस लक्ष्य को हासिल कर यह साबित कर दिया कि अब एसोसिएट टीमें भी बड़े से बड़े स्कोर का पीछा करने का माद्दा रखती हैं। यह पहली बार है जब किसी एसोसिएट टीम ने फुल मेंबर टीम के खिलाफ 200+ का लक्ष्य सफलतापूर्वक चेज़ किया।
3. टी20I में पहली बार 200+ रन का सफल पीछा
यूएई क्रिकेट इतिहास में पहली बार किसी टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में 200 या उससे ज्यादा रन का सफल पीछा करने में कामयाब हुई। यह जीत सिर्फ एक टीम के प्रदर्शन की नहीं, बल्कि मानसिकता, आत्मविश्वास और बेहतर रणनीति की जीत रही।
4. 29 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में बांग्लादेश पर जीत
यूएई ने बांग्लादेश को इससे पहले 1994 की ICC ट्रॉफी और 1996 वर्ल्ड कप क्वालिफायर में वनडे फॉर्मेट में हराया था। लेकिन 29 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में फिर से बांग्लादेश को शिकस्त देना अपने आप में एक ऐतिहासिक क्षण है।
5. सीरीज बराबरी पर खत्म करना
यूएई ने इस जीत के साथ 2 मैचों की टी20 सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। जहां पहले मैच में उसे 27 रन से हार मिली थी, वहीं दूसरे मैच में वापसी करते हुए उसने जीत दर्ज कर यह दिखा दिया कि वो अब सिर्फ भाग लेने वाली टीम नहीं, बल्कि मुकाबला करने और जीतने वाली टीम बन चुकी है।
मोहम्मद वसीम: कप्तान नहीं, प्रेरणा स्रोत
इस जीत के सबसे बड़े नायक रहे कप्तान मोहम्मद वसीम। उन्होंने ओपनिंग करते हुए मात्र 42 गेंदों पर 82 रन ठोके, जिसमें 9 चौके और 5 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उनका स्ट्राइक रेट रहा 195.23 – यानी उन्होने गेंदबाजों को एक पल के लिए भी राहत नहीं दी। जब वो आउट हुए, तब टीम को अभी भी जीत के लिए 52 रन चाहिए थे, लेकिन उन्होंने टीम को मजबूत नींव दे दी थी। इस यादगार पारी के लिए उन्हें "प्लेयर ऑफ द मैच" चुना गया।