
लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने से ठीक पहले एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने मैदान पर ही नहीं बल्कि प्रेस कॉन्फ्रेंस रूम तक हलचल मचा दी। भारतीय कप्तान शुभमन गिल और इंग्लैंड के ओपनिंग बल्लेबाज़ों के बीच मैदान पर हुई बहस अब बयानबाज़ी के ज़रिए बाहर भी नजर आने लगी है। दरअसल, तीसरे दिन के खेल के आखिरी ओवर में इंग्लैंड के ओपनर्स जानबूझकर समय बर्बाद कर रहे थे। मैदान पर दो ओवर खेले जाने थे, लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाज़ क्रीज़ पर बेवजह समय खराब कर रहे थे ताकि खेल आगे न बढ़े। यही बात शुभमन गिल को नागवार गुज़री और उन्होंने विरोध जताया। वहीं दूसरी ओर, इंग्लैंड के खिलाड़ी अपनी इस हरकत पर शर्मिंदा होने के बजाय अब उलटे गिल पर ही सवाल उठाने लगे हैं।
इंग्लैंड टीम के सलाहकार टिम साउदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मसले पर अपनी राय रखते हुए भारतीय कप्तान शुभमन गिल के मसाज ब्रेक्स को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि “जब शुभमन गिल हर समय मैदान पर लेटकर मसाज लेते हैं, तब क्या वो खेल को धीमा नहीं कर रहे?” टिम साउदी की ये टिप्पणी साफतौर पर ध्यान भटकाने की कोशिश थी। बजाय अपने खिलाड़ियों की चालाकी को स्वीकार करने के, उन्होंने मुद्दे को ही भटका दिया।
यहां साउदी शायद भूल गए कि मसाज या फिजियो का मैदान पर आना एक सामान्य प्रक्रिया है, खासकर तब जब खिलाड़ी लंबी पारी खेल चुके होते हैं। हर अंतरराष्ट्रीय टीम में ऐसी स्थितियों को लेकर स्पष्ट नियम होते हैं, और गिल ने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया। जबकि इंग्लैंड के ओपनर्स जैक क्रॉली और उनके जोड़ीदार ने जानबूझकर समय बर्बाद किया, जिससे साफ झलकता था कि उनकी मंशा दो ओवर पूरे न होने देने की थी। भारतीय टीम की ओर से केएल राहुल ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “एक ओपनिंग बल्लेबाज होने के नाते मैं समझ सकता हूं कि खेल के आखिरी 5 मिनट में क्या होता है। लेकिन कुछ चीजें खेल की भावना से परे होती हैं और खिलाड़ी के इरादे सब कुछ बयां कर देते हैं।”