Hardik Pandya को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिलने की तीन बड़ी वजह

By Ravi Kumar

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बीसीसीआई ने जब से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा की है तभी से क्रिकेट का बाज़ार पूरी तरह से गर्म हो चुका है। श्रेयस अय्यर और ईशान किशन के कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बाद फैंस दो भागों में बंट चुके हैं जहां कुछ इस फैसले की तारीफ़ कर रहे हैं वहीं कुछ इस फैसले के खिलाफ नज़र आ रहे हैं।

HIGHLIGHTS

  • बीसीसीआई ने जारी किया सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट
  • श्रेयस अय्यर और ईशान किशन सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर
  • Hardik Pandya को ग्रेड A में जगह मिली

Hardik Pandya को ग्रेड A में जगह मिलने से भी फैंस गुस्से में आग-बबूले हो गए हैं और हार्दिक की जमकर आलोचना कर रहे हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि Hardik Pandya को किन वजहों से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है।

टीम के बहुत ही अहम खिलाड़ी हैं Hardik Pandya

हार्दिक भारतीय टीम के बहुत ही अहम खिलाड़ी हैं, वह वर्ल्ड के सबसे बड़े ऑलराउंडर में से एक हैं। उनके टीम में रहने से भारत का बैटिंग और बॉलिंग आर्डर पूरी तरह बैलेंस नज़र आता था। वर्ल्ड कप 2023 में भी हमने देखा कि हार्दिक के चोटिल होने के बाद भारतीय टीम को सीधा 2 खिलाड़ियों को टीम से बाहर करना पड़ा था। उनकी चोट के बाद टीम में मोहम्मद शमी और सूर्यकुमार यादव को टीम में मौका दिया गया था। हार्दिक के रहने से टीम के 11 खिलाड़ी 14 के सामान नज़र आते हैं क्योंकि ऐसी स्थिति में भारत 8 बल्लेबाज़ और 6 प्रमुख गेंदबाजों के साथ खेलता हुआ नज़र आता है।

भारतीय क्रिकेट टीम के नंबर 1 फिनिशर

महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद से ही टीम इंडिया एक बेहतरीन फिनिशर की तलाश कर रही थी और नंबर 6 पर एक उपयुक्त बल्लेबाज़ ढूंढ रही थी। हार्दिक इन दोनों ही मामलों में फिट नजर आए और वर्ल्ड के सबसे बेहतरीन फिनिशर बनकर उभरे। जब हार्दिक अपने फ्लो में होते हैं वो वर्ल्ड के बड़े से बड़े गेंदबाज़ को भी आसानी से तहस नहस कर देते हैं। उनकी सिक्स हिटिंग एबिलिटी को सब बहुत अच्छे से जानते हैं।

भारतीय टीम की कप्तानी के अगले विकल्प

भारत की सबसे बड़ी समस्या टीम के कप्तान को चुनने की थी, बीते कुछ वर्षों में रोहित की गैर-मौजूदगी में भारत ने ताश के पत्तों की तरह टीम की कप्तानी खिलाड़ियों में बांटनी शुरू कर दी थी। ऋषभ पंत, केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह, सूर्यकुमार यादव, जैसे खिलाड़ी प्रमुख सीरीज में टीम की कमान संभाल चुके हैं। लेकिन हार्दिक इन सभी में सबसे बेस्ट बनकर उभरे हैं। यहां तक की हार्दिक ने आईपीएल में 2 बार गुजरात को फाइनल में पहुंचा दिया जबकि एक ट्रॉफी जीताने में भी सफल हुए। हार्दिक को इसका इनाम भी मिला जब मुंबई इंडियस ने रोहित शर्मा से कप्तानी छीनकर हार्दिक पंड्या को टीम की कप्तानी सौंप दी। क्योंकि हार्दिक के अन्दर एक शानदार कप्तान मौज़ूद है। हार्दिक जब भी टीम में होते हैं वह टीम के उपकप्तान होते हैं। वहीं रोहित की गैर-मौजूदगी में वह टीम की कमान भी बखूबी संभालते हैं। ऐसे में हार्दिक का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में आना स्वभाविक है।

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