
हेडिंग्ले टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन के पहले सेशन में इंग्लैंड के ओपनर्स ज़ैक क्रॉली और बेन डकेट ने भारत के गेंदबाज़ों को जमकर परेशान किया। 371 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने पहले सेशन में बिना किसी नुकसान के 96 रन जोड़ लिए और कुल स्कोर 117/0 तक पहुंचा दिया।
भारत को नहीं मिला एक भी विकेट
पहले सेशन में भारतीय टीम को एक भी सफलता नहीं मिली। दोनों बल्लेबाज़ों ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और भारतीय गेंदबाज़ों को कोई मौका नहीं दिया। क्रॉली 42 रन और डकेट 64 रन बनाकर नाबाद लौटे। इंग्लैंड की ये साझेदारी भारत के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है।
पहली पारी में जहां जसप्रीत बुमराह ने पहले ही ओवर में क्रॉली को सिर्फ 4 रन पर आउट कर दिया था, वहीं दूसरी पारी में दोनों बल्लेबाज़ों ने संभलकर और आक्रामक तरीके से खेला। उन्होंने बुमराह, सिराज और अरशदीप की लाइन-लेंथ को अच्छे से पढ़ते हुए आसानी से रन बटोरे।
रवि शास्त्री को याद आए विराट कोहली
इस दौरान कॉमेंट्री बॉक्स में मौजूद रवि शास्त्री ने भारतीय टीम को सुझाव दिया कि इस मुश्किल घड़ी में उन्हें विराट कोहली जैसे जोशीले खिलाड़ी की ज़रूरत है। शास्त्री ने कहा, “इस वक्त टीम को कोई ऐसा चाहिए जो कोहली जैसा ऐटिट्यूड दिखा सके। कोहली अकेले तीन खिलाड़ियों का काम करता था, सामने वाले बल्लेबाज़ों के चेहरे पर खेलता था।”
शास्त्री का मानना है कि इस तरह के दबाव वाले मुकाबलों में मानसिक खेल भी उतना ही ज़रूरी होता है जितना कि गेंद और बल्ले से प्रदर्शन। कोहली अक्सर विपक्षी खिलाड़ियों के माइंड गेम में उन्हें उलझाकर गलती करवाते थे।
कोहली की गैरमौजूदगी में बड़ा गैप
विराट कोहली ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेकर सबको चौंका दिया था। इंग्लैंड के खिलाफ इस अहम सीरीज़ में उनके अनुभव और आक्रामकता की कमी साफ नज़र आ रही है। 36 वर्षीय कोहली अब सिर्फ वनडे क्रिकेट में ही सक्रिय हैं। उन्होंने पिछले साल T20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद T20 फॉर्मेट से भी संन्यास ले लिया था।
अब कोहली का अगला लक्ष्य बांग्लादेश के खिलाफ अगस्त में होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज़ है, जिसमें उनके खेलने की उम्मीद है।
टीम इंडिया की चुनौती बढ़ी
वर्तमान में शुभमन गिल की कप्तानी में भारत युवा खिलाड़ियों के साथ इस चुनौती से जूझ रहा है। लेकिन इंग्लैंड की मजबूत ओपनिंग साझेदारी ने भारत के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। अब टीम को अगले सेशन में जल्दी विकेट निकालने होंगे, वरना ये टेस्ट भारत के हाथ से फिसल सकता है।
जैसे-जैसे इंग्लैंड लक्ष्य के करीब पहुंच रहा है, भारतीय फैंस और एक्सपर्ट्स को कोहली की मैदान पर मौजूदगी की कमी खल रही है। शास्त्री की बातों में सच्चाई है — ऐसे मुश्किल मौकों पर विराट जैसे लीडर की भूमिका अहम होती है।